राजस्थान में हर गांव-शहरों में कैंसर की तरह फैल चुके मजबूत व असरदार महाजनी सूदखोर गिरोह की चोट से प्रदेश भर में अक्सर अखबारात की खबरों के मुताबिक त्राही-त्राही मची रही है। इन गिरोहों से परेशान होते परिवारों के बर्बाद होते व कुछ पीडितों के आत्महत्या कर लेने के खिलाफ अभी तक प्रदेश भर मे कहीं पर भी किसी तरह की कोई ठोस कार्यवाही सुनाने में नहीं आ रही थी। लेकिन वीरों की धरती शेखावाटी जनपद के पावन सीकर शहर में पिछले हफ्ते इलाके के सबसे ताकतवर व मजबूत सूद माफीया गिरोह के खिलाफ पुलिस ने एक स्वामी दम्पति के आत्महत्या कर लेने के बाद मिले सुसाइड नोट के आधार पर कड़ी कार्वाही करके जनता को राहत दिलाने का प्रयास कर पुलिस छवि में चार चांद लगाये हैं।पिछले कुछ सालों से शेखावाटी जनपद के सीकर शहर में भी कुकुरमुत्तों की तरह महाजनी सूद खोरो के पैदा होकर उनके दिन रात फलने फुलने रहते होने से यहां के हर खानदान तक इनकी ज्वाला की भभक का असर किसी न किसी रुप में पहुंचकर उन्हें जला रहा था। जिनमें से कुछेक तो राख के डेर में भी तब्दिल होकर अपने में से किसी ना किसी रुप मे किसी ना किसी को खो भी देता रहा है। आखिरकार भाजपा के दिग्गज लीडर प्रेमसिंह बाजोर के गावं मलकेड़ा के एक स्वामु दम्पति के आत्महत्या के बाद मिले सुसाइड नोट के आधार पर सीकर पुलिस कप्तान अखिलेश कुमार सिंह की दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर पुलिस ने जिले के सबसे शक्तिशाली सुदखोर जाल की परते खोलने की इन्साफाना कार्यवाही को शुरु किया है। उसकी सभी स्तर पर सराहना होने के साथ-साथ जनता उम्मीद लगा रही है कि वो हर हाल में इस तरह के हर जाल को तोड़कर जनता को राहत फहुंचायेंगे। इसके साथ ही सीकर से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों ने पहले भी ऐस मामलो को अनेक दफा उठाते रहे व अब भी बराबर उठाकर जनता को सच्चाई के साथ खबर पहुंचाकर राहत दिलाने व पुलिस कार्यवाही को उचित बताने की कोशिश करने का जनता में अच्छा संदेश व विश्वास जगा रहे हैं। लेकिन पीडित लोगों को खुलकर बाहर आकर पुलिस स्टेशन में मुकदमे दर्ज करवाने चाहिये। पता नहीं वह किस डर के मारे पुलिस तक नही पहुंच रहे हैं। जबकि शहर में जगह-जगह हो रही चर्चा में अनुसार तो अनेक बातें सुनने को मिलती रही हैं।
हालांकि स्वामी दम्पति आतमहत्या मामले के आरोप में पुलिस के हाथों पकड़े गये सूदखोर आरोपी राकेश खीचड़ व उनके साथियों के खिलाफ एक दो पिडित तो खुलकर अपनी फरियाद लेकर पुलिस तक पहुंचे हैं। जिनकी पुलिस जांच कर रही है लेकिन जिस तरह से पीडितों की संख्या की चर्चा शहर के विभिन्न जगह होती रहती है उसके मुकाबले तो न के बराबर ही अभीकतक लोग सामने आये हैं। इस मामले में गिरफ्तार राकेश खीचड़ व उसके सहयोगियों के खिलाफ एक ओर मामला दर्ज करवाया गया है। थानाधिकारी राजपालसिंह ने मीडिया को बताया कि राधाकिशनपुरा निवासी मनोज सैनी ने राकेश खीचड़, मोहनलाल ढाका व सुरेश मंडीवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।
हालांकि पुलिस की जांच में जिले भर में मजबूत बन चुके अनेक सूदखोर जाल की परतें किस हद तक खुलती हैं यह तो समय आनेरपर ही पता चलेगा लेकिन पुलिस की इस तरह के जाल के खिलाफ जो कार्यवाही की गई है उसकी चारों तरफ प्रशंसा जरुर होती देखी जा रही है।
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