कासिम खलील, बुलढाणा(महाराष्ट्र), NIT; गरीबों को कम दाम में अनाज मुहय्या कराने के लिए सरकार ने सस्ते दामों में अनाज वितरण के लिए सरकारी राशन दुकानें हर वार्ड, हर गांव में खोल रखी हैं ताकि जनता आसानी से अनाज लेकर दो वक़्त की भूक मिटा सके किन्तु इन राशन दूकान चालकों की मनमानी का खामियाज़ा गरीब जनता को भुगतना पड रहा है। गरीबों को अनाज न देकर राशन दुकानदार यही अनाज ब्लैक माकेर्टिंग कर बाज़ार में बेच कर “धन्ना सेठ” और “गब्बर” बन रहे हैं। कुछ ऐसा ही माजरा बुलढाणा में चल रहा है। आज कई महिलाएं बुलढाणा ज़िला आपूर्ति कार्यालय पर आ धमकीं और सरकारी अनाज नही मिलने का आरोप लगाते हुए सरकारी अनाज की कालाबाज़ारी करने वाले राशन दुकानदारों पर कार्रवाई की मांग कीं। एक साथ बड़ी संख्या में आपूर्ति कार्यालय पहूंची महिलाओं को देख कर कार्यालय प्रशासन सकते में आ गया है। बुलढाणा ज़िला मुख्यालय होने के कारण सभी बड़े अधिकारी व बड़े सरकारी कार्यालय यहीं पर हैं, बावजूद इसके शहर की अधिकतम जनता को समय पर सरकारी अनाज नहीं मिल रहा है। इसी बात से नाराज़ कई महिलाओं ने ज़िलाधीश कार्यालय के अहाते में मौजूद आपूर्ति कार्यालय में आज दस्तक दे कर अपनी मांगों का ज्ञापन संबंधित अधिकारी को सौंपा।ज्ञापन में कहा गया है कि बुलढाणा शहर में अनेक राशन दुकाने हैं किन्तु कुछ राशन दुकानदार अपनी मनमानी करते हुए गरीबी रेखा से निचे वाले लाभार्थियों को अनाज नहीं देते हैं। इसी प्रकार शासन की अन्य योजनाओं के लाभार्थी भी अनाज से वंचित हैं। गरीबों को अनाज नहीं देने के लिए यह दुकानदार बहानेबाज़ी करते हुए समय निकाल देते हैं और बाद में दूकान पर जाने पर कहते हैं कि अनाज खत्म हो गया है। ऐसा कहते हुए लाभार्थियों को खाली हाथ लौटने पर मजबूर करते हैं। कुछ दुकानदार कम दामवाला अनाज बड़े दामों में बेचते हैं। पाम तेल, शक्कर और तुअर की दाल तो देते ही नहीं हैं। यही माल कालाबाज़ारी कर बाहरबेच दिया जाता है। ऐसे दुकानदारों के लिए एक जांच समिति बनाकर उनके रेकॉर्ड की जांच की जाए। इस से पहले भी कई दुकानदारो के खिलाफ शिकायतें की गई हैं किन्तु प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत से अब तक दुकानदारों पर कोई कारवाई नहीं हुआ है, इस लिए अब प्रशासन इसे गंभीरता से ले और गरीब जनता का हक़ मारने वाले भरष्ट दुकानदारों का लायसेन रद्द करते हुए न्याय दिया जाए, अन्यथा आगामी 26 जनवरी को जिलाधीश कार्यालय के समक्ष अनशन की चेतावनी महिलाओं ने दी है। ज्ञापन पर सलमा बी, नसीम बी, रुबीना बानो, गुलाब बी, रजिया बानो, परवीन बी, नाजमा बानो, मुमताज़ बी सहित अन्य महिलाओं के हस्ताक्षर हैं। ज्ञापन देते समय समाजसेवक मो. सुफियान, मो.अज़हरुलहक, पार्षद अरविंद होंडे, वसीम शेख, इसरार देशमुख भी मौजूद थे।
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