अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT;
आम आदमी पार्टी मध्य प्रदेश के संयोजक और राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक अग्रवाल ने प्रदेश सरकार के किसान सम्मेलन को शर्मनाक बताते हुए कहा कि है कि एक तरफ प्रदेश का किसान ओलावृष्टि के कारण सांसत में है, किसानों के माथे पर शिकन है, ऐसे में सत्ता के मद में चूर शिवराज सरकार किसान सम्मेलन के नाम पर अपना शक्ति प्रदर्शन कर रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस समय प्रदेश के मुखिया को किसानों के दरवाजे पर जाकर उनका हाल-चाल पूछना चाहिए था, ऐसे समय में करोड़ों रुपए की बर्बादी महज अपनी झूठी घोषणाओं और जनविरोधी योजनाओं को चमकाने के लिए की जा रही है।
आम आदमी पार्टी मप्र द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य श्री अग्रवाल ने कहा कि देश में किसानों की हालत बेहद खराब है और हाल ही में मौसम ने जो करवट ली है, उससे हालात और भयावह होने की आशंका है, ऐसे वक्त में किसानों के सम्मेलन के नाम पर करोड़ों रुपए बहाने के बजाय उन्हें फौरी राहत के तौर पर तुरंत मुआवजा उपलब्ध कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में हर रोज 5 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। किसानों से संबंधित विभिन्न योजनाओं में अनियमितताएं चल रही हैं और सरकार इन योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने की कोशिश करने के बजाय किसान सम्मेलन जैसे कार्यकम कर अपनी नाकामी छुपाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर हिस्से में चाहे कहीं कारखानों के लिए जमीन अधिग्रहण में अनियमितता, तो कहीं फसल खराब होने, तो कहीं योजनाओं में धांधली के चलते किसान मुश्किल में है। कई इलाकों में किसान अनशन कर रहे हैं। ऐसे समय में यह किसान सम्मेलन सरकार के लिए ताबूत में आखिरी कील साबित होगा। किसान सम्मेलन के माध्यम से शिवराज सिंह चौहान कुछ और घोषणाएं कर भी दें, तो वे यह अच्छी तरह जानते हैं कि इस प्रदेश का किसान अब उन्हें समझ चुका है और वह जल्द ही शिवराज सिंह को इसका जवाब देगा।
किसानों की बेहतरी के लिए आम आदमी पार्टी के नजरिये पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों को फसल खराब होने की सूरत में दिल्ली सरकार की तर्ज पर प्रति एकड़ 20 हजार रुपए मुआवजा दिया जाए और किसानों के सभी कर्ज माफ किए जाएं।
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