अबरार अहमद/शेख नसीम, भोपाल, NIT;
भोपाल शहर के तीन बड़े सरकारी कार्यालय पर जाने वाले रास्ते पर गंदगी और बदबू की वजह से शहरियों का निकलना मुश्किल हो गया है, फिर नगर निगम लापरवाह बनी हुई है।
भोपाल शहर स्थित ताजुल मसाजिद के पास बने तीन बड़े सरकारी कार्यालय ( 1 ) काज़ियात ( 2 ) वक्फ बोर्ड और ( 3 ) मसाजिद कमिटी इन दफ्तरों तक पहुंचने से पहले इनके रास्ते में पड़ी गन्दगी, कचरा और पेशाब की बदबू की वजह से लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। इसी रास्ते से लगा हुआ इज्तिमे का बाजार है, इसमें आने वाले लोग रास्ते की दीवार पर खड़े होकर पेशाब करते हैं, जिसकी वजह से वहां खड़ा होना मुश्किल हो गया है। दुकानदार अपनी दुकानों का कचरा उसी रास्ते में डालते हैं। इसकी वजह से वहां कचरा फैल कर पूरी सड़क पर आ जाता है। आखिर इसका जिम्मेदार कौन है, नगर निगम, पार्षद या वहां के दुकानदार जो गंदगी फैलाते हैं?
नगर निगम और पार्षदों की उदासीनता की वजह से तीन बड़े कार्यालयों में जाने वाले मुख्य मार्ग पर गंदगी ,कचरे और पेशाब की बदबू की वजह से निकलना मुश्किल हो गया है। एक ओर जहां पूरे देश में स्वच्छ भारत अभियान चल रहा है वहीं मप्र की राजधानी भोपाल में इस अभियान का मजाक उडाया जा रहा है।
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