ओवैस सिद्दीकी, अकोला (महाराष्ट्र), NIT;
प्रशासनिक सेवा में युवाओं का रुझान बढे तथा विदर्भ के युवक प्रशासनिक सेवा में आएं इस उद्देश से अकाेला के कर्तव्यदक्ष अपर पुलिस अधिक्षक विजयकांत सागर ने अनोखी पहल की है। प्रत्येक शाला, महाविद्यालय में जाकर युवाशक्ती को स्पर्धा परीक्षा की ओर मोडने का प्रयास कर रहे हैं तथा देश के उज्वल भविष्य रखने वाले युवा वर्ग को सकारात्मक एवं सही रास्ता दिखाने का प्रयास विजयकांत सागर ने किया है, जो अमूल्य है तथा निश्चित ही सब के लिए प्रेरणादायी सबित होगा। एक आला अधिकारी में भी इन्सानियत होने की ग्वाही उनहोंने दी है और पुलिस के प्रति नागरिकों में गलतफहमी होती है, लेकिन महाराष्ट्र पुलिस सेवा में कई अच्छे अधिकारियों ने अपने कार्य तत्परता से पुलिस प्रशासन का सर ऊंचा किया है, जिनमें एक विजयकांत सागर भी हैं, जिन्होंने समाज में पुलिस की सही इमेज समाज के सामने पेश की है। वे बताते हैं कि हर युवक में कुछ नया करने की ख्वाहिश होती है लेकिन उचित मार्गदर्शन न मिलने की वजह से वो पीछे रह जाते हैं। इसी के चलते अगर स्पर्धा परीक्षा के संदर्भ मे किसी युवक या युवती को अनुभवित अधिकारी से मार्गदर्शन मिलता है तो वो निश्चित रुपसे कामयाब हो सकता है, साथ ही इस संदर्भ में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी मार्गदर्शन हेतू विशेष सुविधा का इंतेजाम किया गया है, जिसमें युवकों को पुलिस भर्ती, प्रशासनिक सेवा समबंधी मालूमात, सोशल मीडिया का सही उपयोग आदी की मालूमात दि जा रही है।
जैसे “ए.पी.जे कलाम ने कहा है हर किसी में पोटांशीयल होता है बस उसे उचित रुप से इस्तेमाल किया जाना चाहीए” इसी तरह हर युवक में चाहे वह शहर का हो या ग्रामीण क्षेत्र का उनमें स्पर्धा परीक्षा हेतू बहुत ज्यादा उत्साह होता है लेकिन योग्य मार्गदर्शन न मिलने की वजह से वे प्रशासनिक सेवा हेतू उचित कदम नहीं उठा पाते, इसी के मुद्देनजर विद्यार्थीयों को इस संदर्भ में याेग्य मार्गदर्शन कर उनके भीतर के पोटांशियल को बाहर लाकर देश का उज्वल भविष्य बनाने का प्रयास है,तथा विदर्भ के युवक ज्यादा से ज्यादा प्रशासनिक सेवा मे आए यह प्रयास है: विजयकांत सागर, अप्पर जिला पुलीस अधीक्षक
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