पीयूष मिश्रा/अश्वनी मिश्रा की पड़ताल
छपारा-सिवनी (मप्र), NIT;
देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने वाले और कांग्रेस के जनक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की शहादत दिवस को छपारा के कांग्रेसी ही भूल गए। केवलारी विधायक रजनीश हरवंश सिंह ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र और गृह निवास छपारा में विधायक कप कबड्डी प्रतियोगिता में कांग्रेसी इतने डूबे रहे कि उन्हें महात्मा गांधी की शहादत दिवस तक याद नहीं रही। विधायक कप आयोजित कराने के चक्कर में और अपने नंबर बढ़ाने के लिए कांग्रेस के तथाकथित नेतागण बकायदा दिन दिन भर विधायक कप कबड्डी प्रतियोगिता में देखे जाते रहे।सिर्फ सिवनी जिला मुख्यालय और बरघाट नगर परिषद में ही महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को कांग्रेस ने याद किया और उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने के साथ-साथ सद्भावना दौड़ का आयोजन भी किया गया।
स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर वाह वाही लूटने वाले भाजपाई भी रहे गायब
महात्मा गांधी की शहादत दिवस को कांग्रेस तो भूली ही लेकिन स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर वाह वाही लूटने वाले भाजपाई भी नदारद दिखाई दिए। गांधी जी की पुण्यतिथि पर भाजपा के तथाकथित नेताओं ने भी स्वच्छ भारत अभियान के तहत अपने हाथों में झाड़ू थामना भी मुनासिब नहीं समझा और ना ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने में कोई दिलचस्पी दिखाई।
प्रशासन भी भूला राष्ट्रपिता की पुण्यतिथि
मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में सिर्फ जिला मुख्यालय और बरघाट नगर परिषद को छोड़कर कहीं पर भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहादत दिवस को याद नहीं किया गया। खास तौर पर छपारा केवलारी घंसौर लखनादौन धनोरा और कुरई में शासन और प्रशासन के बड़े और छोटे नुमाइंदे भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को पूरी तरह भूले रहे। ज्ञात हो कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर ही स्वच्छ भारत अभियान जोर शोर से चलाया जा रहा है लेकिन महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर ही शासन-प्रशासन के अमले द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत ना तो कहीं पर कोई आयोजन कराया गया और ना ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। ऐसे में कांग्रेस के ऊपर सवाल खड़े होने के साथ-साथ स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर सिर्फ फोटो सेशन करवाने और सोशल मीडिया में छाए रहने के लिए झाड़ू थाम कर नौटंकी दिखाने वाले भाजपाइयों के अलावा शासन प्रशासन के ऊपर भी गंभीर सवाल खड़े होने लगे हैं।
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