शेरा मिश्रा/अविनाश द्विवेदी, कटनी (मप्र), NIT;
कैमोर उद्योगीक नगरी का सबसे बडा एसीसी सीमेंट प्लांट है जिसकी सुरक्षा व्यवस्था जर्जर होने से आए दिन जंगली जानवरों की मौत हो रही है। 2018 लगते ही एक महीने के अंतराल में पांच जंगली जानवरों के मरने की पुष्टि की गयी है। गुरुवार को भी कैमोर एसीसी रेलवे ट्रैक पर साभर की मौत हुई देखने से साफ जाहिर होता रहा है कि मार कर साभर को रेलवे ट्रैक में फेंका गया है। एसीसी प्लांट हैड के आदेश पर साभर की मौत एक घटना का रुप दिखाने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि ट्रेन से कटने के बाद जानवर का धड अलग हो जाता है किन्तु इस घटना में साभर का सर कुचला गया है। क्या माना जाए की साभर एसीसी से परेशान हो कर आत्महत्या करने गया था। एसीसी तो यही दिखाना चाह रही है कि साभर ने आत्महत्या कर ली है। घटना की जानकारी वन विभाग अधिकारीयों को दी जा चुकी है किन्तु एसीसी की शरण में रहने वाले वन अधिकारी कागजी दस्तावेज की खाना पूर्ति कर मामला दबा देंगे। वन विभाग की ही लापरवाही से एसीसी के हौसले बुलंद हो रहे हैं और आए दिन जंगली जानवरों की मौत हो रही है। कैमोर तिलक चौक समीप गुजरी रेलवे ट्रैक पर पडी साभर की लाश चीख चीख कर कह रही है की मैंने आत्महत्या नही की है बल्कि मुझे मौत के घाट उतारा गया है। पूर्व के मामलों की तरह इस मामले को भी वन विभाग अधिकारी रफा-दफा करने में कोई कसर नहीं छोडेंगे।
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