सरवर खान ज़रीवाला, लखनऊ, NIT; मध्यप्रदेश के कटनी पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी के तबादला मामले की धमक अब उत्तर प्रदेश में सुनवाई दे रही है। आईपीएस गौरव तिवारी का कटनी से किये गये तबादले का मामला अब उ.प्र. में चुनावी मुद्दा बनने जा रहा है। गैर भाजपा दल इसे मुद्दा बनाने की तैयारी कर रहे हैं। वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके कांग्रेस के विधायक अजय राय ने इस मामले में प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुजारिश की है। उन्होंने गौरव के ट्रान्सफर को कैंसल कर उन्हें कटनी में ही बनाए रखने की भी बात कही है. अजय राय का कहना है कि सुशासन और भ्रष्टाचार के खिलाफ बाते करने वाले मोदी जी को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिये।दरअसल गौरव तिवारी भी वाराणसी के ही रहने वाले हैं और अजय राय का कहना है कि जब प्रधानमंत्री अपने ही लोकसभा क्षेत्र के लोगों के साथ न्याय नही कर सकते तो फिर किसी के साथ न्याय की क्या उम्मीद की जा सकती है।गौरव का तबादला बड़े जिले में करने की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की दलील पर अजय राय ने व्यंग किया है।उनका कहना है कि गौरब की काबिलियत मुख्यमंत्री को चार माह पहले क्यों नही दिखी जब वे कटनी जैसे छोटे जिले में पदस्थ किये गये।अब जब उन्होने हवाला जैसे मामले का पर्दाफाश किया और इसमें मध्यप्रदेश सरकार के एक मंत्री और बड़े नेताओं के नाम आने लगे तब उन्हे छिन्दवाड़ा स्थानांतरित कर दिया गया। अब जब उत्तरप्रदेश में चुनावी प्रचार जोरों पर है,हर गैर भाजपाई दल कम से कम उत्तर प्रदेश के एक नागरिक(गौरव)के साथ हुऐ अन्याय का मुद्दा कैश कराने की भरपूर कोशिश करेगे।
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