पीयूष मिश्रा/ अश्वनी मिश्रा,सिवनी/ भोपाल, NIT;मध्यप्रदेश में 19 नगर पालिका और नगर परिषद अध्यक्ष पद पर हुए चुनाव के नतीजों में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। 19 सीटों में से 9 भाजपा के खाते में गई और 9 पर कांग्रेस ने अपना परचम लहराया, जबकि एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है। इन नतीजों से भाजपा के गढ़ माने जाने वाली विधानसभा सीटों पर भी अब खतरा मंडराने लगा है। नगरी निकाय चुनाव में खास बात यह है कि भाजपा के खाते वाली कई सीटें कांग्रेस ने छीन ली है। नगरीय निकाय चुनाव का यह राजनीतिक दंगल प्रदेश की सियासत में विधानसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है। अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या मध्य प्रदेश में सीएम शिवराज का जादू फीका पड़ने लगा है।
शिवराज सिंह के कार्यकाल के दौरान निकाय चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ रहा है। मध्य प्रदेश निकाय चुनाव में कांग्रेस ने ऐसी कई सीटों पर अपना झंडा लहरा दिया है जहां बीजेपी जीत को लेकर पूरी तरह आशवस्त थी।
निकाय चुनाव में धार के परिणामों ने भाजपा को करारा झटका दिया है दरअसल यह सीट भाजपा के कब्जे में थी लेकिन इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार को इस बार हार का सामना करना पड़ा है। कुछ ऐसा ही हाल मनावर सरदारपुर धर्मपुरी खेतिया और अंजड़ में भी देखने को मिला है, और भाजपा के हिस्से वाली इन सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल कर 2018 विधानसभा चुनाव के परिणामों में शिवराज की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
नगरी निकाय चुनाव का यह दंगल प्रदेश की सियासत में विधानसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है ।खासकर भाजपा के दिग्गज नेताओं ने मिशन 2018 के पहले नगरी निकाय चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के दावे भी किए थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जहां धार जिले में जनसभाओं के जरिए पूरी ताकत जो हक दी थी तो वहीं अब धार में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है जिसको लेकर अब भाजपा और संगठन में मंथन को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
कांग्रेस को मिली ऑक्सीजन
कांग्रेस को नगरी निकाय चुनाव के परिणामों ने बहुत हद तक सियासी ऑक्सीजन देने का काम किया है। 9 सीटों पर कांग्रेस ने जीत तो दर्ज की है साथ ही भाजपा के हिस्से वाली सीटों में सेंध लगाकर यह साबित कर दिया है कि आने वाले 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अब बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार है। नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा के लिए परिणाम काफी चौंकाने वाले हैं। इन परिणामों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की चिंताएं बढ़ना भी लाजमी है।
कोलारस- मुंगावली उपचुनाव में शिवराज को चुनौती
मध्य प्रदेश नगरीय निकाय चुनाव परिणाम ने प्रदेश की सियासत के बदले समीकरणों के बीच अब प्रदेश की 2 सीटों पर होने वाले विधानसभा के उपचुनाव पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए निकाय परिणाम ने कांग्रेस के नेताओं में उत्साह भर दिया है। यह परिणाम मुख्यमंत्री शिवराज के लिए मुसीबतें बढ़ाने वाला हो सकता है क्योंकि अब कोलारस और मुंगावली चुनाव में भाजपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस से होने जा रहा है। कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया उपचुनाव का मैदान संभाले हुए हैं। ऐसे में मध्य प्रदेश निकाय चुनाव का यह परिणाम कांग्रेस और ज्योतिरादित्य के अंदर एक जोश भर देने वाला साबित होगा।
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