गुलजार अहमद, मैनपुरी (यूपी), NIT; नेशनल हाइवे- 91 पर सन्त नगर मलावन मोड़ के सामने एक तेज रफ्तार कन्टेनर ने साइकिल सवार दम्पति को टक्कर मार दी, जिससे दोनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। कन्टेनर साइकिल सवार दम्पति को काफी दूर तक घसीटता चला गया, जिससे साइकिल सहित महिला कन्टेनर के नीचे फंस गई। महिला के शव को क्रेन की मदद से बाहर निकाला जा सका। घटना के बाद गुस्साई ग्रामीणों की भीड़ ने दोनों शवों को जीटी रोड पर रखकर जाम लगा दिया। साथ ही कन्टेनर की तोड़फोड़ कर डाली।
थाना क्षेत्र के ग्राम सराय लतीफ निवासी रिटायर्ड फौजी 55 वर्षीय महाराज सिंह पाल पुत्र गोविंद सिंह अपनी पत्नी 53 वर्षीय सुशीला देवी से साथ साइकिल से अपने गांव से कस्बा जा रहे थे, जैसे ही वह जीटी रोड नेशनल हाइवे 91 पर संत नगर मलावन मोड़ पर पहुंचे तभी सामने से आ रहे कन्टेनर संख्या डीएल 1 जीसी 6034 के चालक ने तेजी व लापरवाही से चलाते हुए साइकिल सवार दम्पति को रौंदता हुआ सड़क किनारे खाई में जा फंसा। साइकिल सवार महिला कन्टेनर के नीचे बीचो बीच में जा फंसी। जिसे ग्रामीणों एवं क्रेन कि मदद से बाहर निकाला गया। टक्कर लगने के बाद महिला का पति दूर जा गिरा, दोनों की मौके पर ही मौत हो गयी। इसके साथ ही एक बाइक सवार हाकिम सिंह पुत्र शराफत अली निवासी कल्याण गढ़ी फिरोजाबाद भी कन्टेनर की चपेट में आ गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे ग्रामीणों ने उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत चिंताजनक बताते हुई है। चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल भेज दिया है। घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने दोनों शवों को जीटी रोड पर रखकर जाम लगा दिया, और हंगामा काटते हुए कई वाहनों की तोड़फोड़ कर डाली।घटना की सूचना पर इंस्पेक्टर आशीष कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और गुस्साई भीड़ को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उग्र रूप धारण कर चुकी भीड़ पुलिस की बात मानने को तैयार नही हुई। इंस्पेक्टर कुरवाली ने गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। आनन फानन में अतिरिक्त पुलिस बल पुलिस लाइन से भेजा गया, लेकिन भीड़ शान्त होने का नाम नही ले रही थी। आसपास के थानों के पुलिस बल को भी मौके पर बुलाया गया।
सूचना मिलते ही सीओ करहल श्रीपाल यादव, कार्यवाहक प्रभारी भोंगाव कमल सिंह, थाना विछमा आर के सिंह, डीसीआरवी प्रभारी मुकेश कुमार त्यागी, महिला प्रकोष्ट प्रभारी रोहिताश सिंह, थानाध्यक्ष औंछा संजेश कुमार भी पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर जा पहुंचे, चार घंटे तक ग्रामीणों ने जीटी रोड मार्ग जाम रखा, पुलिस द्वारा रुट डायवर्ट कर वाहनों को निकाला गया। कड़ी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया जा सका।
गुस्साए ग्रामीणों ने कन्टेनर में आग लगाने का भी प्रयास किया
घटना के बाद कन्टेनर से शव को निकाला गया तो भीड़ बेकाबू हो गयी, भीड़ ने कन्टेनर में तोड़फोड़ शुरू कर दी। बेकाबू भीड़ कन्टेनर की डीजल टंकी को तोड़कर उसमें आग लगाने का प्रयास करने लगी। उग्र रूप धारण कर चुकी बेकाबू भीड़ को काबू करने के लिए इंस्पेक्टर कुरवाली ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर वितर कर आग लगाने के प्रयास को विफल कर कन्टेनर को कब्जे में ले लिया। भीड़ को बढ़ता देख पुलिस के हाथ पांव भी फूलने लगे।
एसडीएम के समझाने एवं शाशन द्वारा हर संभव मदद के आश्वासन के बाद खुल सका जाम
पुलिस की सूचना पर एसडीएम कुरवाली शिवप्रसाद भी घटना स्थल पर जा पहुंचे, एसडीएम ने आक्रोशित भीड़ को समझाने का प्रयास किया, साथ ही मृतक के परिवार को शासन प्रशाशन द्वारा हर संभव मदद दिलाये जाने का आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर उग्र भीड़ शान्त हुई और जाम खुलवाया जा सका और दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज जा सका।
शव उठाने आये वाहन समेत पुलिस जीप पर भींड ने किया पथराव
घटना के बाद शवों को उठाने गयी पुलिस पर भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। हालात बिगड़ते देख अन्य थानों से पुलिस बल मौके पर बुलाया गया। शवों को जिला मुख्यालय ले जाने के लिए लायी गयी यूटिलिटी पर भी भीड़ ने पत्थर बाजी की। पुलिस के अथक प्रयास के बाद शवों को मोरचरी भेज जा सका।
बेकाबू भींड के सामने असहाय नजर आया पुलिस बल
जाम लगाने के बाद जिस प्रकार से ग्राम सराय लतीफ के ग्रामीण हंगामा काट रहे थे, उसके सामने पुलिस बल बेबस व लाचार नजर आ रहा था। उग्र भीड़ चार पहिया के अलावा बाइक सवार राहगीरों से भी अभद्रता करती नजर आ रही थी। मौके पर मौजूद थाना भोंगाव, थाना औंछा, थाना कुरवाली व पुलिस लाइन से आने वाला फोर्स मूकदर्शक बना देख रहा था। पुलिस प्रशासन इतना लाचार व असहाय नजर आ रहा था कि भीड़ को रोकना तो दूर उसे समझाने का प्रयास भी नही कर पा रहा था, ग्रामीणों के उग्र रूप ने पुलिस प्रशासन लाचार व बेबस बना दिया था।
बच्चों के सामनें खड़ा हुआ आर्थिक संकट
मार्ग दुर्घटना में पति पत्नी की मौत हो जाने के बाद उनके परिवार के सामने आर्थिक संकट के बादल मंडराने लगे हैं। मृतक दम्पति अपने पीछे चार पुत्रियों समेत एक पुत्र को छोड़ गए हैं। परिवार में महाराज सिंह के अलावा कोई भी कमाने वाला नही था, सबसे बड़ी पुत्री की उम्र लगभग 19 साल की है जो पढ़ाई कर रही है। पुत्रियो की पढ़ाई लिखाई व शादी अब कौन करेगा, यह सवाल परिवार के लिए मुसीबत बन गया है।
फुटपाथ किनारे लगा बालू का ढेर बना हादसा का कारण
संत नगर मोड़ के निकट मोहरम बालू व गिट्टी बेचने वाले दुकानदार द्वारा बिक्री के लिए लगयीं गयी चंबल की बालू को सड़क किनारे ढेर लगा देने से फुटपाथ पर निकलने की जगह न होने से हादसा हुआ। ग्रामीणों का आरोप है कि अगर गिट्टी बालू के ढेर सड़क किनारे न होते तो साइकिल सवार दम्पति को सड़क से नीचे उतरने का मौका मिल जाता, तो शायद उनकी जान बच जाती। लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते सड़क किनारे बालू गिट्टी के ढेर लगाकर दुकानदार बिक्री कर अपना फायदा देख रहे हैं उससे किसी की जान जाय यो इस बात का उन पर कोई फर्क नही पड़ता। यदि समय रहते प्रशासन द्वारा फुटपाथ की जगह घेरने वाले दुकानदारों के विरुद्ध कार्यवाही की गई होती तो शायद ये दिन न देखना पड़ता। केसी पेट्रोल पंप से लेकर सिरसा मोड़ तक दो दर्जन से अधिक बालू गिट्टी आदि के ढेर लगाकर दुकानदारों ने फुटपाथ को घेर रखा है, जिससे आए दिन हादसे होते रहते हैं।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.