कैमोर में एक और साभर की हुई मौत, एसीसी मैनेजमेंट पर प्रमाण मिटाने का आरोप | New India Times

शेरा मिश्रा/अविनाश द्विवेदी, कटनी (मप्र), NIT; ​
कैमोर में एक और साभर की हुई मौत, एसीसी मैनेजमेंट पर प्रमाण मिटाने का आरोप | New India Timesकैमोर एसीसी सीमेंट की वजह से एक और वन प्राणी साभर की आज मौत हो गई है। कैमोर पहाड में रहने वाले वन प्राणियों की मौत का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है, वही जंगली जानवरों की मौत के प्रमाण नष्ट करने में एसीसी सीमेंट प्लांट मैनेजमेंट कोई कसर नहीं छोड रही है। यहां लगातार वन प्राणियों की मौत का तांडव देखा जा रहा किन्तु वन विभाग वन प्राणीयो की सुरक्षा करने के बजाय एसीसी को सुरक्षित करते हैं, जिससे एसीसी सीमेंट प्लांट के हौसले बुलंद हो रहे हैं। यही वजह है कि आए दिन जंगली जानवरों को मौत के घाट उतार दिया जाता है। 

आज सुबह भी इसी तरह की घटना घटित हुई है। कैमोर झुकेही रोड पर कलहरा मार्ग के समीप एसीसी के सुरक्षा गार्डो ने एक साभर को घेर कर जंगल की ओर भगाने का प्रयास किया किन्तु अधिक मार से साभर सुरक्षा गार्ड के घेरे में ही दम दोड दिया। मामला उजागर होने के डर से सुरक्षा गार्डो ने प्लांट हैड को फोन पर जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार प्लांट हैड सुमित चढ्ढा ने तुरंत साभर को ठिकाने लगा कर घटना से सभी सुराग मिटाने के आदेश दिए। सुरक्षा गार्डो ने प्लांट हैड के आदेश का पालन करते हुए साभर को लापता कर दिया गया किन्तु जुर्म कही न कही अपना सुराग दे ही देता है। कैमोर के लिए एक वफादार ने आखिरकार अपने मोबाइल पर उस घटना की फोटो खींच ली जिससे यह प्रमाणित हो गया की साभर की मौत एसीसी के क्षेत्र में हुई है। इस विषय पर वन बीट अधिकारी से जानकारी मांगी गई तो उनका कहना था की हमें कोई जानकारी नहीं है, जंगली जानवर हैं मरते रहते हैं। सूत्रों का कहना है कि साभर को एसीसी की काली गाड़ी में लोड कर कैमोर की ओर ले जाया गया है, जिसमें एसीसी के सुरक्षा गार्ड मौजूद थे। इस विषय पर प्लांट हैड सुमित चढ्ढा को पूरी जानकारी है किन्तु वह किसी भी मामले मे अपनी जानकारी होने की बात स्वीकार नहीं करते हैं।


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