अबरार अहमद खान
भोपाल, NIT; कानपुर के पास हुए भीषण रेल हादसे में करीब 100 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर से पूरा देश सिहर उठा है। एक तरफा जहाँ रेल्वे और पुलिस प्रशासन द्वारा घटनास्थल पर युद्धस्तर पर राहत व बचाव कार्य जारी रहा, वहीं दूसरी तरफ विपदा की इस घड़ी में बड़ी संख्या में लोग अस्पतालों में ब्लड डोनेट करने व अन्य तरह से घायलों की मदद करने के लिए उमड़ पड़े हैं।
इस भीषण रेल हादसे और विपदा की घड़ी में एक बार फिर से कानपुर में गंगा-जमुनी तहजीब का उदाहरण देखने को मिला है। घायलों की मदद के लिए और उनकी जिंदगी बचाने के लिए लोग खुद से अस्पताल पहुंचकर रक्तदान कर रहे हैं। रक्तदान करने वालों में कोई हिन्दू है तो कोई मुसलमान, मतलूब बिना भेदभाव के मदद की जा रही है। सोशल ऐक्टिविटीज को लेकर हमेशा आगे रहते हुए नेशनल स्टूडेंट्स प्रोटक्शन राइट्स के प्रेसीडेंट आमिर अल्वी ने युवाओं एवं छात्रों से निवेदन किया कि ज्यादा से ज्यादा लोगों से अपील करे एवं खुद भी घायलों को बचाने के लिए ब्लड डोनेट करने पहुंचे और इंसानियत का फर्ज निभाते हुए उन्हें रक्त देकर उनके जीवन की कामना करें।
घायलों के इलाज और खून के लिए कई समाजसेवी संगठन और स्थानीय लोग आगे आए हैं। कानपुर मेडिकल कॉलेज में लोग घायलों की जिंदगी बचाने के लिए रक्तदान कर रहे हैं। रक्तदान करने पहुंचे लोगों का कहना है कि इस विपत्ति में सभी को आगे आकर जिससें जो बन सकता हो वह जरूर करें।
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