कासिम खलील, बुलढाणा (महाराष्ट्र), NIT; जिले की अमूल्य वनसंपदा ज्ञानगंगा अभयारण्य में 25 दिसंबर की शाम में अचानक आग लग गई, जिसे वन्यजीव विभाग के कर्मियों ने बड़ी मशक्कत के साथ बुझाया। इस आग में तकरीबन 20 हेक्टेयर वनसंपदा जलकर नष्ट होने का अनुमान लगाया जा रहा है जबकि विभाग जला हुआ क्षेत्र कम बता रहा है।जिले की 4 तहसीलों में फैले हुए ज्ञानगंगा अभयारण्य में अनेक वन्यजीव का अधिवास है। वन्यजीव विभाग के अमरावती सीसीएफ एम.एस.रेड्डी के विशेष प्रयास के कारण इस साल अभयारण में पालतू मवेशियों की चराई पूरी तरह से रोक दी गई थी, यही कारण है कि इस साल जंगल में घास की संख्या बढी हुई है। ज़रा सी चिंगारी के कारण जंगल का काफी नुक्सान हो सकता है। 25 दिसंबर की शाम में बुलढाणा रेंज के कक्ष क्र.276 में आग लगने की सुचना मिलने के बाद बुलढाणा व खामगांव रेंज के वन कर्मी व वन मजदुर फायर ब्लोर ले कर घटना स्थल पर पहुंचे और आग पर काबू पा लिया किंतु तब तक करीब 20 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल गया था। इस संबंध में बुलढाणा वन्यजीव विभाग के आरएफओ पवार से बात करने पर उन्हेंने बताया कि 8 से 10 हेक्टर क्षेत्र जला है।
- सतर्क रहने की है ज़रूरत
इस साल अभयारण्य में मवेशियों को चरने नहीं दिए जाने के कारण अभयारण्य में घास बढी हुई है, इस स्थिति में आग पुरे जंगल व वन्यजीवों के लिए घातक है।25 दिसंबर को आग कैसे लगी यह पता नहीं लेकिन भविष्य में ऐसी घटना ना घटे इसके लिए वन्यजीव विभाग को सतर्क रहने की ज़रूरत है।
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