निहाल चौधरी, इटवा/सिद्धार्थ नगर (यूपी), NIT:
लाइनमैनो को सुरक्षा किट न मिलने के कारण वह जान जोखिम में डालकर बिजली फाल्ट को ठीक करते है। वहीं फाल्ट ठीक करने के दौरान आये दिन करंट की चपेट में आने से लाइनमैनो की मौत होने या झुलसने की खबर आती है। बिजली विभाग आउट सोर्सिंग पर काम करने वाले लाइनमैनो के साथ किसी तरह की दुर्घटना होने पर हाथ खड़ा कर देता है। जिले के 120 फीडर पर तैनात है करीब 325 ठेका पर लाइनमैन जिले में 42 बिजली घर है। 120 फीडर है, जिस पर करीब तीन लाख 50 हजार उपभोक्ता है। इन उपभोक्ताओं के घर बिजली पहुंचे। इसके लिए 325 ठेका पर लाइन मैन रखे गए है।
यही लाइन मैन दिन हो या रात जब भी फाल्ट की समस्या होती है तो फोन की घण्टी बजते ही लाइट ठीक करने पंहुच जाते हैं, लेकिन बिजली विभाग इनकी सुरक्षा का ध्यान नहीं रखती है और बिना सुरक्षा किट के ही फाल्ट को ठीक करने के लिए खंभो पर चढ़ा देती है, जिसका नतीजा होता है कि कभी-कभी फाल्ट ठीक करते समय ही लाइन मैन को करंट की चपेट में आने से उनकी मौत हो जाती है या घायल हो जाते है। पिछले वर्षों में करंट की चपेट में आने से लाइन मैन की मौत भी हो गयी है। जबकि कुछ घायल हुए है। लाइनमैनो के साथ कोई घटना हो जाती है तो बिजली विभाग भी हाथ खड़ा कर देता है।
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