पीयूष मिश्रा/अश्वनी मिश्रा, सिवनी (मप्र), NIT; मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सिवनी स्वरोचिष सोमवंशी द्वारा मध्य प्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 19 93 की धारा 40 के तहत वित्तीय अनियमितताओं के चलते छपारा जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत छपारा की सरपंच श्रीमती पूनम सैयाम को कल दिनांक 21 दिसंबर 2017 दिन गुरुवार को देर शाम पद से पृथक करने की कार्यवाही की जा कर समस्त समाचार पत्रों को एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की गई थी। और ठीक दूसरे दिन ही 22 दिसंबर 2017 दिन शुक्रवार को छपारा ग्राम पंचायत के सचिव प्रकाश भलावी सहित दो उपयंत्री श्रीमती सोनल जैन एवं विनोद पटले को भी तत्काल निलंबित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय हो कि सिवनी जिले की जनपद पंचायत के तहत छपारा ग्राम पंचायत छपारा में पिछले कुछ माह पहले पंचायत के सरपंच और सचिव तथा उपयंत्री सहित संबंधित फर्मों को लाभ पहुंचाए जाने और कमीशनबाजी के चलते छपारा पंचायत के उपसरपंच सहित कुछ पंचों ने 17 लाख 15 हजार 138 रुपए की गोलमाल और गड़बड़झाले की उच्च स्तरीय शिकायत की थी। जिसके बाद 21 दिसंबर 2017 दिन गुरुवार को जिला पंचायत के सीईओ द्वारा छपारा सरपंच श्रीमती पूनम सैयाम को पद से पृथक कार्य करने की कार्यवाही कर दी गई थी। लेकिन आश्चर्य का विषय यह भी है कि कल दिनांक 21 दिसंबर देर शाम को सिर्फ छपारा सरपंच को पद से पृथक कर जिला प्रशासन अपनी पीठ थपथपाने मे लगा हुआ था।लेकिन आज दोपहर होते-होते जिला पंचायत सिवनी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के द्वारा छपारा ग्राम पंचायत के सचिव प्रकाश भलावी सहित संबंधित विभाग के दो उपयंत्री श्रीमती सोनल जैन और विनोद पटले को भी तत्काल निलंबित करने की कार्यवाही की गई है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल सिवनी जिले की ग्राम पंचायत छपारा में पिछले कुछ माह पहले 14वें वित्त आयोग की आकस्मिक निधि से 16 लाख 23 हजार 106 रुपये और मोक्ष धाम में 91 हजार 532 रूपय इस तरह कुल 17 लाख 15 हजार 138 रुपए के गड़बड़ घोटाले की लिखित शिकायत पंचायत के उपसरपंच सहित कुछ पंचों ने भोपाल के संबंधित विभाग और जिला कलेक्टर सहित जिला पंचायत सीईओ को की थी । जिसके बाद जांच टीम ने भी छपारा के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण करते हुए 8 सीसी रोड और सहनाली निर्माण स्थल से गायब पाई थी यही नहीं 14वें वित्त आयोग के आकस्मिक निधि में भी बड़ा गड़बड़ घोटाला पाया गया था। जांच टीम के विभिन्न निर्माण कार्यों की भौतिक सत्यापन के बाद जनपद पंचायत छपारा की सीईओ शिवानी मिश्रा के द्वारा एक प्रतिवेदन तैयार कर जिला पंचायत सिवनी की ओर उक्त राशि वसूली योग्य सहित संबंधित सरपंच और सचिव सहित उपयंत्री पर भी कार्यवाही करने की अनुशंसा करी गई थी।
फर्मों पर क्यों नहीं हुई कार्यवाही?
छपारा ग्राम पंचायत में हुए 17 लाख 15 हजार 138 रुपए के मामले में सिर्फ ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती पूनम सैयाम और सचिव प्रकाश भलावी सहित उपयंत्री दोषी नहीं है इस पूरे मामले में विभिन्न निर्माण सामग्री देने वाली फर्म भी इस गड़बड़ घोटाले में शामिल है लेकिन इन फर्मों के ऊपर अब तक जिला पंचायत सिवनी और जिला प्रशासन कोई कार्यवाही तय नहीं कर पाया है।
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