पीयूष मिश्रा/अश्वनी मिश्रा, छपारा-सिवनी (मप्र), NIT; मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सिवनी स्वरोशिष सोमवंशी द्वारा मध्य प्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 19 93 की धारा 40 के तहत सिवनी जिले की 3 ग्राम पंचायतों के सरपंच को पद से पृथक कर दिया गया है। जिसमें जनपद पंचायत सिवनी की ग्राम पंचायत छिड़िया पलारी की सरपंच श्रीमती कमलेश राय एवं जनपद पंचायत धनौरा की ग्राम पंचायत नई पिपरिया की सरपंच श्रीमती कमला बाई को पदीय कर्तव्यों के निर्वहन में दोषी पाए जाने के कारण तथा जनपद पंचायत छपारा की ग्राम पंचायत छपारा की सरपंच श्रीमती पूनम सैयाम को वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में दोषी पाए जाने के चलते उक्त तीनों सरपंच को पद से हटाए जाने की कार्यवाही की गई है।
उल्लेखनीय हो कि सिवनी जिले की जनपद पंचायत के तहत छपारा ग्राम पंचायत छपारा में पिछले कुछ माह पहले पंचायत के सरपंच और सचिव तथा उपयंत्री सहित संबंधित फर्मों को लाभ पहुंचाए जाने और कमीशनबाजी के चलते छपारा पंचायत के उपसरपंच सहित कुछ पंचों ने 17 लाख 15 हजार 138 रुपए की गोलमाल और गड़बड़ झाले की उच्च स्तरीय शिकायत की थी। जिसके बाद 21 दिसंबर 2017 दिन गुरुवार को जिला पंचायत के सीईओ द्वारा छपारा सरपंच श्रीमती पूनम सैयाम को पद से पृथक कार्य करने की कार्यवाही कर दी गई है। लेकिन आश्चर्य का विषय यह भी है कि सिर्फ छपारा सरपंच को पद से पृथक कर अपनी पीठ थपथपाने वाला प्रशासन अब तक ग्राम पंचायत छपारा के सचिव प्रकाश भलावी और गड़बड़ घोटाले में शामिल उपयंत्री सहित संबंधितों पर कोई कार्यवाही तय नहीं कर पाया है। जिसको लेकर जिला पंचायत की कार्यवाही पर भी सवालिया निशान लगने लगे हैं?
क्या है पूरा मामला?
दरअसल सिवनी जिले की ग्राम पंचायत छपारा में पिछले कुछ माह पहले 14वें वित्त आयोग की आकस्मिक निधि से 16 लाख 23 हजार 106 रुपये और मोक्ष धाम में 91 हजार 532 रूपय इस तरह कुल 17 लाख 15 हजार 138 रुपए की लिखित शिकायत पंचायत के उपसरपंच सहित कुछ पंचों ने भोपाल के संबंधित विभाग और जिला कलेक्टर सहित जिला पंचायत सीईओ को की थी । जिसके बाद जांच टीम ने भी छपारा के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण करते हुए 8 सीसी रोड और सहनाली निर्माण स्थल से गायब पाई थी यही नहीं 14वें वित्त आयोग के आकस्मिक निधि में भी बड़ा गड़बड़ घोटाला पाया गया था। जांच टीम के विभिन्न निर्माण कार्यों की भौतिक सत्यापन के बाद जनपद पंचायत छपारा की सीईओ शिवानी मिश्रा के द्वारा एक प्रतिवेदन तैयार कर जिला पंचायत सिवनी की ओर उक्त राशि वसूली योग्य सहित संबंधित सरपंच और सचिव सहित उपयंत्री पर भी कार्यवाही करने की अनुशंसा करी गई थी।
सचिव और उपयंत्री सहित संबंधितों पर क्यों नहीं हुई कार्यवाही?
छपारा ग्राम पंचायत में हुए 17 लाख 15 हजार 138 रुपए के मामले में सिर्फ ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती पूनम सैयाम दोषी नहीं है इस पूरे मामले में पंचायत के सचिव प्रकाश भलावी सहित विभाग के उपयंत्री और संबंधितों सहित तथाकथित फर्मों के ऊपर जिला प्रशासन अब तक कोई कार्यवाही तय नहीं कर पाया है। छपारा नगर में चल रही चर्चा के अनुसार सिर्फ छपारा पंचायत की सरपंच श्रीमती पूनम सैयाम को बलि का बकरा बना कर जिला प्रशासन अपनी पीठ थपथपाने के साथ साथ पूरे मामले पर पर्दा डालने की तैयारी कर चुका है। जबकि अकेले इस गड़बड़ घोटाले में छपारा पंचायत की सरपंच दोषी नहीं है इनके अलावा भी पंचायत के सचिव और संबंधितों सहित इस गड़बड़ घोटाले में शामिल विभिन्न फर्मों के ऊपर भी जिला प्रशासन को कार्यवाही तय करना चाहिए था।
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