नन्हे रोजदार की मोहब्बत में जाति धर्म छोड़ पेश की हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल | New India TimesOplus_131072

ज़फ़र खान, अकोट/अकोला (महाराष्ट्र), NIT:

नन्हे रोजदार की मोहब्बत में जाति धर्म छोड़ पेश की हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल | New India Times

आज कल हम देश में चल रहे माहौल से पूरी तरह वाकिफ हैं, कहीं कुछ लोग अपने फायदे के लिए देश में किस तरह जातिवाद को बढ़ावा दे रहे हैं और सदियों पुरानी गंगा जामुन तहज़ीब को हिंदू मुस्लिम जातिवाद को बढ़ावा दे कर देश में फूट डालने का काम कर रहे हैं। किंतु उन लोगों को शायद यह पता नहीं कि इस देश में आज भी भाई चरा निभाने वाले सच्चे लोग मौजूद हैं जो जातिवाद से कोसों दूर देश में एकता की मिसाल हैं और ऐसे सच्चे व साफ दिल लोग जो देश में हिंदू मुस्लिमों को आपस में एक रखने की कोशिश करते दिखाई देते हैं।
जी है आज मोहम्मद मोबिन के 6 साल के लड़के मोहम्मद अली ने अपने उम्र का पहला रोजा रखा जिसे देख परिसर से लेकर रिश्तेदारों ने इस नन्हे रोजदार को मुबारकबाद पेश की। जैसे ही यह बात चेतन भाऊ को पता चली वैसे ही चेतन अपना सब कुछ छोड़ इस नन्हे रोजदार के पास पहुंच कर उसे मुबारक बात पेश की, दुवाओं से नवाज़ा व अपने गले लगा लिया। यह दृश्य देख परिसर के लोगों में खुशी की लहर देखी गई। साथ ही अकोट जैसे परिसर में यह साबित भी करवा दिया कि इंसानियत का धर्म काफी महत्वपूर्ण होता और यह तस्वीर देश में हिंदू मुस्लिम की एकता की मिसाल उस समय पेश होती दिखाई दे रही जिस समय 200/सालों से भी जायद पुराना जातीवाद राजा महाराजाओं के इतिहास पर हिंसा भड़काने का काम काफी बड़े पायमाने पर किया जा रहा हो।


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By nit

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