शेरा मिश्रा/अविनाश द्विवेदी, कटनी (मप्र),NIT; कैमोर एसीसी सीमेंट प्लांट अपने प्रोडक्शन को लेकर जितनी गम्भीर है उतनी नगर की सुरक्षा को लेकर गम्भीर नहीं है। प्लांट की वजह से अनेकों घटनएं-दुर्घटनएं होती रहती हैं।
कैमोर के रहिवासी इलाकों से रेलवे ट्रेन गुजरी है जिसमें एसीसी का कोयला व सीमेंट आता जाता रहता है। रेलवे लाइन के आसपास गरीबों के मकान हैं, जहाँ उनका रहना भी इसी क्षेत्र में होता है, जहां छोटे छोटे बच्चे अपने घरों से निकल कर रेलवे ट्रैक में खेलते हैं जिसकी वजह से अनेकों बार दुर्घटना का शिकार भी हुए हैं, लेकिन न रेलवे विभाग को इन गरीबों की सुरक्षा की परवाह है और न ही एसीसी मैनेजमेंट को। लगभग दस किलोमीटर तक का रहवासी क्षेत्र आसुरक्षित है। गम्भीर बात तो यह है कि इस रेलवे ट्रैक के बाजू में कैमोर थाना भी है किन्तु पुलिस ने भी कभी सुरक्षा को लेकर मैनेजमेंट को कोई हिदायत नहीं दी है। ज्ञात हो की इसी रेलवे ट्रैक के कोयले को लेकर कैमोर में गोली कांड हुआ था जिसमें एक की मौत हुई थी, बावजूद इसके भी प्रशासन की आंख नहीं खुली। मामले को शांत करने की कवायद में वन विभाग ने एसीसी अधिकारियों की मिली भगत से एक ही साभर का खुलासा किया है, जबकि देखने वालों ने प्रमाणित दो साभरों की मौत को किया जिसके साक्षय भी मौजूद हैं।
प्लांट हेड कर रहे हैं कानून के साथ खिलवाड़
कैमोर में होने वाली घटना दुर्घटना में प्लांट हैड अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। गोली कांड में भी बजह एसीसी का कोयला था किन्तु प्लांट हैड ने मौत पर भी राजनीति खेली और मामला रफा-दफा हो गया। वहीं दो साभर की मौत पर भी एक का खुलासा हुआ दूसरे साभर को कम्पनी के अंदर चल रहे किलन में दफन कर दिया गया। अधिकारियों के कंधों पर बंदूक रखकर राजनीति खेलने वाले प्लांट हैड पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि कानून के साथ खेलने की कोई हिम्मत न कर सके। जहां सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधी की नहीं चलती है, वहीं एक प्लांट हैड पुरी शिद्दत के साथ कानून के साथ खेल खेल कर कानून का मजाक बना रहे हैं। एसीसी एचआर हेड हेम पांडेय जहां स्थिति को सुधारने का प्रयास करते हैं किन्तु अपनी हेकड़ी दिखाने प्लांट हैड एचआर को दरकिनार कर कानून का मजाक बनाने में अग्रसर रहते हैं।
रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा का इंतजाम जरूरी
रहिवासियों की मांग है की रहिवासी क्षेत्र में रेलवे ट्रेक पर लोगों का आना जाना लगा रहता है, आती जाती ट्रेन के समय भी कुछ लोग रेलवे ट्रैक पार करने का प्रयास करते हैं जिससे घटनाएं भी होती है, रेलवे विभाग व एसीसी मैनेजमेंट सुरक्षा के मामले में गम्भीर कदम उठाए और सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम करे।
रेलवे ट्रेक नही जुर्म का है अड्डा
एसीसी सीमेंट प्लांट अपनी सप्लाई के लिए रेलवे का उपयोग करता है किन्तु सुरक्षा इंतजाम न होने के साथ साथ यह रेलवे ट्रेक जुर्म का अड्डा भी बना हुआ है, जहां पर कोयले की चोरी पर्याप्त मात्रा में होती है और यह चोरी का कोयला कैमोर विजयराघवगढ़ नगर व आसपास के गांव गांव तक की होटलों तक पहुंचाया जाता है। वहीं ईंट भट्टा व्यापारी भी इस कोयले की खरीदी करते हैं। यह चोरी का कोयला इतनी अधिक तादाद में चोरी होता है कि कोयले के लिए एक दूसरे की जान लेने में भी चोर व्यापारी पीछे नहीं हटते। कहने को तो यह कोयला एसीसी से बोगियों में बचा हुआ कहा जाता है किन्तु बचे हुए कोयले की मात्रा इतनी अधिक नहीं हो सकती। इसमें कही न कही एसीसी मैनेजमेंट के आला अधिकारियों के मिले होने की बू आ रही है। अगर कैमोर में अपराधिक मामलों पर रोक लगानी है तो इस रेलवे यार्ड की चोरी पर पाबंदी लगानी होगी।
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