आसिफ शाह, भिंड (मध्यप्रदेश), NIT; भिंड में मंगलवार को बाजार के दिन अलग ट्रैफिक व्यवस्था देखने को मिली। कुछ लोग बाज़ार की तरफ जाने वाल लोग सीधे स्टेटबैंक के सामने से घूम कर फिन अंदर की ओर प्रवेश करते हुए नज़र आये तो कुछ लोग भिंड स्टाइल में अपनी परेशानियां हमेशा की तरह बतलाते हुए दिखे, हालांकि साहू जी के सामने राहगीरों की एक न चली। सभी अपनी अपनी साइड से जाते दिखे। नजारा तब और भी दिलचस्पह गया जब कुछ लोग लौट कर फिर अपनी तरफ से आते दिखे। आज ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए ट्रैफिक पुलिस प्रभारी खुद जमे हुए थे। इस तरीके की ट्रैफिक व्यवस्था से लोगों में खुशी है और यह अनवरत जारी रहनी चाहिए जिससे लोगों में बदलाव देखने को मिलेगा।
गौरतलब है कि 2016 में, हेलमेट के लिए 20 लाख के चालान, 2015 में 10 लाख के चालान ट्रैफिक प्रभारी द्वारा किये गए थे, जो दर्शाता है कि भिंड के लोग अगर चालान न हो तो नियम कानून से बेपरवाह हो कर सुरक्षा से खिलवाड करते हैं। भिंड वासियों से निवेदन करके समझाइश देकर सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। आशा है कि इस बार कुछ बदलाव देखने को मिलेगा। सभी जिले वासियों से अपील है कि लोग रोड नियमों का पालन करें। सभी युवा और समाज सेवी संगठन भी अगर इसरओर ध्यान दें तो बदलाव होना तय है।
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