अश्वनी मिश्रा की विशेष रिपोर्ट
सिवनी (मप्र), NIT; दंगल दंगल बात चली है पता चला है रजनीश और मुनमुन के बीच में गुल खिला है। जी हां दरअसल जंगल बुक से ली गई यह लाइन सिवनी जिले के केवलारी विधायक ठाकुर रजनीश सिंह और सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन के ऊपर सटीक बैठती है। दरअसल पिछले एक दो महीनों के दौरान दंगल दंगल राजनीतिक दंगल दोनों विधायकों के बीच खेला जा रहा है, यही नहीं पिछले महीने छपारा में आयोजित इनामी दंगल और 2 दिनों पूर्व सिवनी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बेरढाना में आयोजित विशाल इनामी दंगल में पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान छिंदवाड़ा सांसद कमलनाथ मुख्य अतिथि के रुप में पधारे थे, जहां पर विधायक रजनीश और मुनमुन की जुगलबंदी की चर्चा अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा का केंद्र बनी हुई है।
सिवनी विधानसभा को बलि चढ़ाने की तैयारी
पिछले कुछ महीनों के दौरान सिवनी जिले में लगातार दंगल का आयोजन हो रहा है। इसी कड़ी में पिछले माह छपारा में आयोजित दंगल में रजनीश और मुनमुन जब गोदे में पहुंचे तो इन दोनों ने जिस तरह से कहा कि हम लड़ने नहीं बल्कि हराने आए हैं, इस बात का अर्थ भी राजनीतिक गलियारों में जमकर चर्चा में रहा। 2 दिनों पूर्व सिवनी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बेरढाना में आयोजित विशाल इनामी दंगल में जिस तरह से पूर्व केंद्रीय मंत्री और छिंदवाड़ा सांसद कमलनाथ की मौजूदगी में केवलारी विधायक रजनीश सिंह और सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन की जुगलबंदी देखी गई, इस जुगलबंदी को लेकर राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जमकर चल रही है कि रजनीश सिंह अपनी केवलारी विधानसभा सीट को बचाने के चक्कर में सिवनी विधानसभा क्षेत्र को बलि चढ़ाने की तैयारी कर चुके हैं और समझा जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में सिवनी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस का डमी कैंडिडेट ही उतारा जाएगा। इस बात के संकेत स्पष्ट रूप से इसलिए नजर आ रहे हैं क्योंकि छपारा जनपद पंचायत के अंतर्गत कुल 54 ग्राम पंचायतें आती हैं जिसमें से सबसे अधिक 34 ग्राम पंचायतें सिवनी विधानसभा क्षेत्र में आती है और मात्र 20 ग्राम पंचायत केवलारी विधानसभा क्षेत्र में आती है ऐसे में युवा तुर्क दिनेश राय मुनमुन की राजनीतिक और सामाजिक पैठ आम जनता तथा मतदाताओं के बीच में अत्यंत लोकप्रिय देखी जा रही है और केवलारी विधायक रजनीश सिंह यह नहीं चाहते कि उनकी विधानसभा क्षेत्र की पंचायतों में मुनमुन राय की दखल अंदाजी हो जिसके चलते इन दोनों विधायकों के बीच समझौता और जुगलबंदी के नजारे खुलकर सामने आ रहे हैं।
विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं और किसान आंदोलन तथा जान्वी को भी भूले रजनीश
बेरढाना में आयोजित दंगल में मुख्य अतिथि के रुप में पधारे पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान सांसद कमलनाथ की अगवानी और आवा भगत में केवलारी विधायक रजनीश सिंह इतने मग्न हो गए कि पिछले 1 माह से रजनीश सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं से भी लेना देना नहीं रहा। धनोरा में भावंतर योजना और बिजली बिल सहित किसानों के शोषण को लेकर प्रदेश सरकार और विपक्ष में बैठे जनप्रतिनिधियों के खिलाफ किसानों का गुस्सा जमकर फूटा लेकिन क्षेत्र के विधायक ठाकुर रजनीश सिंह इस आंदोलन से भी नदारद रहे। केवलारीविधानसभा क्षेत्र के उगली थाना अंतर्गत हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर अपना हाथ गंवा चुकी मासूम बच्ची जानव्ही की खैर-खबर लेना तो छोड़ आज दिनांक तक ठाकुर रजनीश सिंह ने इस बच्चे की ओर मदद के हाथ बढ़ाना भी उचित नहीं समझा जबकि इस बच्चे की मदद को लेकर सामाजिक संगठनों के अलावा आम नागरिक भी दिल खोलकर आर्थिक सहयोग कर रहे हैं। इसी तरह ठाकुर रजनीश सिंह की विधानसभा क्षेत्र की सबसे बड़ी पंचायत छपारा में पिछले कई माह से सरपंच और उपसरपंच के बीच चल रही वर्चस्व की जंग और गड़बड़ घोटाले के बीच छपारा नगर की जनता घुन की तरह पिस रही है और पूरे नगर में विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं यही नहीं नगर की आम जनता साफ सफाई और बजबजाती नालियों के बीच रहने को मजबूर है वही नगर के कई वार्डों में अभी से ही पेयजल संकट गहराने लगा है लेकिन इस ओर भी अब तक विधायक रजनीश सिंह के द्वारा ध्यान नहीं दिया जाना आने वाले विधानसभा चुनाव में उन्हें काफी महंगा पड़ सकता है।
दोनों तरफ से मुनमुन का ही होगा फायदा
जिस तरह से केवलारी विधायक रजनीश सिंह और सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन के बीच समझौता और जुगलबंदी सामने आ रही है उसके चलते 2018 के विधानसभा चुनाव में सिवनी विधानसभा क्षेत्र से सिर्फ और सिर्फ दिनेश राय मुनमुन को ही फायदा पहुंचेगा क्योंकि अगर दिनेश राय मुनमुन कांग्रेस का हाथ थामते हैं तो सिवनी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की हार सुनिश्चित है और अगर मुनमुन निर्दलीय रूप से भी सिवनी विधानसभा से चुनाव लड़ते हैं तो रजनीश और मुनमुन की जुगलबंदी और समझौते के चलते इस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस किसी डमी कैंडिडेट को ही मैदान में उतारेगी और कुल मिलाकर जिले में अपना आधार खो चुकी भाजपा फिर इस विधानसभा चुनाव में सिवनी विधानसभा सीट निश्चित तौर से हार जाएगी। अब देखना यह है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में रजनीश और मुनमुन के बीच दंगल दंगल राजनीतिक दंगल क्या गुल खिलाता है।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.