सलमान चिश्ती, रायबरेली (यूपी), NIT; रायबरेली जिला के मुख्य मार्गो पर लगने वाली अवैध दुकानों के चलते फैले अतिक्रमण को दूर करने के लिए पुलिस अधीक्षक शिवहरी मीणा ने अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं लेकिन इन निर्देशों का जिला मुख्यालय पर भले ही बखूबी पालन किया जा रहा हो लेकिन नगर पंचायत क्षेत्र महराजगंज में पुलिस अधीक्षक के निर्देशों का नगर पंचायत अधिशाषी अभियंता व प्रशासनिक अधिकारियों पर किसी भी प्रकार का असर होता दिखायी नही दे रहा है। यहां उच्चाधिकारियों के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुये समस्या को नजर अंदाज किया जा रहा है जबकि उप जिलाधिकारी व क्षेत्र अधिकारी गोपीनाथ सोनी के संयुक्त तत्वाधान में कस्बे के प्रमुख मार्गो पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया था, लेकिन दो-चार दिन बीत जाने के बाद एक बार फिर से संपूर्ण कस्बा अतिक्रमण की चपेट में आ गया है। संपूर्ण कस्बे में चर्चा आम यह है कि जब भी उच्चाधिकारियों द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरु किया जाता है तो कस्बों के प्रभावशाली नेता व सत्तासीन नेताओं का दबाव शुरू हो जाता है जिससे कि अतिक्रमण की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है और आए दिन अतिक्रमण के चलते दुर्घटनाएं हो रही हैं जिसके जिम्मेदार उच्चाधिकारी हैं। जिससे कि पूरे कस्बे के मुख्य मार्गों पर लगने वाली अवैध दुकानों के चलते खरीदारों की भीड़ व वाहनों की बेतरतीब पार्किंग से जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है । जिससे राहगीरों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन्हीं रास्तों से होकर प्रतिदिन प्रशासनिक अधिकारियों का भी आना जाना लगा रहता है और उनकी भी गाड़ियां आए दिन जाम में फंसकर लेटलतीफी का शिकार हो रही हैं, बावजूद इसके अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार का आवश्यक कदम नहीं उठाया जा रहा है। जिससे कि अतिक्रमण की समस्या लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है।
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