सदर तहसील प्रतापगढ के ग्राम नेवाड़ी कोटेदार पर मनमानी करने व हितग्राहियों को धमकाने का आरोप, 24 महीनों में 4 महीने ही मिला ग्रामीणों को सरकारी राशन | New India Times

दयाशंकर पांडे, प्रतापगढ़ (यूपी), NIT; ​​

सरकार द्वारा गरीबों को मिलने वाले राशन के कालाबाजारी की शिकायतें प्रदेश व पूरे देश में आती रहती हैं, साथ ही इस मामले में अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आती रहती है। ऐसा ही कुछ मामला उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में सामने आया है।सदर तहसील प्रतापगढ के ग्राम नेवाड़ी कोटेदार पर मनमानी करने व हितग्राहियों को धमकाने का आरोप, 24 महीनों में 4 महीने ही मिला ग्रामीणों को सरकारी राशन | New India Timesमिली जानकारी के अनुसार प्रतापगढ़ सदर तहसील के ग्राम नेवाड़ी में कोटेदार द्वारा 24 महीनों में केवल 4 महीने ही बांटा गया है। यहां सरकारी राशन ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है। ग्रामीण वासियों ने SDM सदर जिलापूर्ति अधिकारी प्रतापगढ़, जिलाधिकारी प्रतापगढ़ व  मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव खाद्यय विभाग को भी लिखित शिकायत किये हैं।आरोप है कि यहां पर कोटेदार से अवैध वसूली के चक्कर में छोटे अधिकारी कार्यवाही नहीं करते हैं जिससे जनता परेशान हो रही है।​सदर तहसील प्रतापगढ के ग्राम नेवाड़ी कोटेदार पर मनमानी करने व हितग्राहियों को धमकाने का आरोप, 24 महीनों में 4 महीने ही मिला ग्रामीणों को सरकारी राशन | New India Timesआपको बता दें कि नेवाड़ी ग्राम सभा का कोटेदार जरीनाबानो सरकारी राशन पर डाका डाल रही है। आम जनता पात्रगृहस्थी व अंत्योदय को राशन नहीं मिल पा रहा है। राशनकार्ड पर राशन 24 महीनों में मात्र 4 महीना ही मिला है।बताया जाता है कि राशन कोटेदार जरीनाबानो का पति हत्त्या का आरोपी है। आरोप है कि उसके साथ मिलकर राशनकार्ड पर जबरन पूरा राशन मिलना चढ़ा दिया जाता है। इसकी शिकायत जब ग्रामीणों ने मिलकर जिलाधिकारी प्रतापगढ़ को किया तो जिलाधिकारी प्रतापगढ़ ने जांच के लिए नायब तहसीलदार को दी है। नेवाड़ी न्याय पंचायत पर ग्रामीणों ने इकठ्ठा होकर नायब तहसीलदार कोजआज अपना बयान दिया। 


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