विशेष प्रतिनिधि, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
जल आपूर्ति तथा स्वच्छता मंत्री गुलाब राव पाटिल के पैतृक गांव में कार में सवार उनकी पत्नी और बहू के वाहन को
सड़क पर खड़े लड़कों ने साइड नहीं दिया जिसके चलते हुए विवाद में पालधी गांव में दो समुदायों के बीच नव वर्ष के स्वागत करते समय हिसंक झडपें हुईं जिसमें विशेष एक धर्म के लोगों के निवास और व्यापारिक प्रतिष्ठान को निशाना बनाया गया। आगजनी की घटनाओं में 14 दुकानें, चार दोपहिया वाहन, चार कारों समेत एक मकान को जला कर भस्म दिया गया। जिसके बाद पुलिस ने दो जनवरी की सुबह तक धारा 163 कर्फ्यू घोषित किया है। इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। पालधी पुलिस ने दंगा भड़कने के आरोप में 25 व्यक्तियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह मंत्री गुलाब पाटिल की दबंगई हैं। उन्होंने एक
नाबालिग लड़के के विवाद में बड़ा बलवा खड़ा कर दिया, जिसमें निर्दोष लोगों का करीब एक करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जल आपूर्ति मंत्री गुलाब राव पाटिल की पत्नी ने नव वर्ष का स्वागत करने के लिए 31 दिसंबर की रात महिलाओं के लिए भरित भुर्ता पार्टी का आयोजन किया था।
वादी ने संवाददाता से बात करते हुए बताया है कि मंगलवार रात आठ बजे के बीच उनकी पत्नी दोनों बहुएं कार में सवार होकर सादग़ार मोहल्ले से गुजर रहे थे इसी बीच सड़क पर एक नाबालिग लड़का खड़ा था। वाहन चालक ने देर तक हॉर्न बजाया, मंत्री पाटिल परिवार की कार को जाने में बाधा उत्पन्न हुई जिसके चलते विवाद हुआ। घटना की जानकारी पालधी में जंगल की आग की तरह फैल गई और सैकड़ों लोग सड़क पर हिंसा पर उतर गये। देखते ही देखते एक दर्जन के करीब दुकानों को फूंक दिया गया जिसमें निर्दोष लोगों की उपजीविका का साधन सामग्री जल कर राख हो गई।
घटना की जानकारी प्राप्त होते ही पुलिस अधीक्षक रामेश्वर रेड्डी ने मौके ए वारदात का मुआइना किया। आग पर काबू पाने के लिए जलगांव धरनगांव से दमकल वाहनों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाया।
बताया जा रहा है कि इस पूरी वारदात के समय मंत्री गुलाब राव पाटिल उनके पैतृक गांव में नहीं थे।
पुलिस ने प्रभावित क्षेत्र में तगड़ा पुलिस बंदोबस्त तैनात किया है। हिंसा के कारण नागरिक डरे हुए हैं। वहीं कुछ परिवारों ने रातों-रात पलायन किया है।
बताया जा रहा है कि मंत्री गुलाब राव की दंबगई के चलते दोपहर तक एक्सप्रेस रिपोर्ट और एफआईआर कॉपी और जानकारी देने में पुलिस आनाकानी करती रही। जांच अधिकारी पवन देसले से संपर्क किया गया उन्होंने कहा कि वे संदिग्ध आरोपियों को न्यायालय ले जा रहे हैं, बाद में जानकारी साझा करेंगे।
इसी तरह एसपी कार्यालय स्थित कंट्रोल रूम में तैनात पुलिस कर्मियों ने भी जानकारी देने से असमर्थता दिखाई और कहा कि दोपहर तीन बजे तक उन्हें एक्सप्रेस रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुआ है।
पालधी थाने में वादी जावेद फतरु पिंजारी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कराई गई है जिसमें बताया गया है कि बुधवार की रात मंत्री पाटिल परिवार के वाहन निकलने पर विवाद हुआ और रात साढ़े दस बजे के बाद बीस से पच्चीस बदमाशों ने दुकानों में आग लगाई, लूटपाट कर फरार हो गए।
अग्नि तांडव में करीब 54 लाख 78 हजार रुपए का नुकसान हुआ है और 8 लाख 50 हजार रूपये का सामान लूट लिया गया है। इस दंगे में करीब 63 लाख 28 हजार रुपए का आर्थिक नुकसान बताया जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि यह नुकसान प्राथमिक तौर पर है कर्फ़्यू शिथिल होने के बाद यह आंकड़ा बढ़ सकता है।
इन पर दर्ज हुआ मामला
संदिग्ध आरोपी १) घनश्याम दिनेश माळी, २) निलेश गणेश माळी, ३) अनिल उर्फ विक्की रामदास गुजर, ४) सचिन सुधाकर पाटील, ५) रोहन दिनेश माळी, ६) प्रविण अरुण माळी, ७) अरुण भिका माळी तथा अन्य 18 से बीस बलवाइयों के खिलाफ धरणगांव पुलिस थाने में आईपीसी की धारा १८९(२), १९१(२), १९०, ३२६(F), ३२६(G), ३२४(५),३३४ (१), ३०५ (अ) के तहत केस दर्ज किया गया है।
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