डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में कांग्रेसियों ने संविधान निर्माता की प्रतिमा के समक्ष काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन | New India Times

अली अब्बास, ब्यूरो चीफ, मथुरा (यूपी), NIT:

डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में कांग्रेसियों ने संविधान निर्माता की प्रतिमा के समक्ष काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन | New India Times

महानगर कांग्रेस कमेटी मथुरा के अध्यक्ष विक्रम वाल्मीकि के नेतृत्व में भाजपा के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद में संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर जी के बारे में बेहद आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में डीग गेट चौराहा स्थित संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा के समक्ष एक बड़े पैमाने पर काली पट्टी बांधकर विरोध धरना प्रदर्शन किया। अध्यक्षता करते हुए महानगर अध्यक्ष विक्रम बाल्मीकि ने सर्व प्रथम बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कहा कि अमित शाह अपने बयान के लिए माफी मांगें और तुरंत इस्तीफा दें। उन्होंने कहा है कि अगर अमित शाह ने अपने बयान के लिए इस्तीफा नहीं दिया तो महानगर कांग्रेस कमेटी मथुरा इसके विरोध में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेगी।

महानगर अध्यक्ष विक्रम वाल्मीकि ने कहा, “अमित शाह का बयान न केवल डॉ. अंबेडकर के प्रति अपमानजनक है, बल्कि यह दलित और वंचित समाज के प्रति भी एक बड़ा अपमान है। यह बयान अमित शाह की मानसिकता को दर्शाता है, जो कि दलितों और वंचितों के प्रति घृणा और अपमान से भरी हुई है। हाँ, डॉ. अंबेडकर जी एक देवतुल्य हैं और उन्होंने पहले ही दलितों और वंचित समाज की जीवन स्थिति में सुधार किया है। जब सभी प्रार्थनाएँ भगवान से दलितों और वंचित समाज को अस्पृश्यता जैसी अव्यवहारिक नियमों से उबारने के लिए की गईं, तो उन प्रार्थनाओं को डॉ. अंबेडकर ने सुना। इसलिए, उनके पूजनीय होने पर कोई सवाल नहीं उठता।”

डॉ. बी. आर. अंबेडकर का ऐतिहासिक योगदान: डॉ. भीमराव अंबेडकर भारतीय संविधान के निर्माता थे और उन्होंने दलितों और वंचित समाज के अधिकारों के लिए जीवनभर संघर्ष किया। उन्होंने अस्पृश्यता और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी और समानता, न्याय और स्वतंत्रता के सिद्धांतों को स्थापित किया। उनके योगदान के बिना, आज का भारत एक समान और न्यायपूर्ण समाज नहीं होता। डॉ. अंबेडकर की विरासत हमें यह सिखाती है कि हर व्यक्ति को समान अधिकार और सम्मान मिलना चाहिए।
यह दलित और वंचित समाज के लोगों की मेहनत और संघर्ष को भी अपमानित करता है, जिन्होंने अपने अधिकारों के लिए लंबी लड़ाई लड़ी है नरेंद्र मोदी अमित शाह संविधान को नष्ट करने में लगे हुए हैं कांग्रेस पार्टी भाजपा की निम्न स्तरीय हरकत का घोर विरोध एवं निंदा करती है।

धरना प्रदर्शन में उपस्थित कांग्रेसजनों में काशन रिजवी, मुस्लिम कुरैशी,अनवर फारुकी, मुकेश धनगर, पार्षद संतोष पाठक, अबरार कुरैशी, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष हरवीर सिंह पुंडीर, महिला अध्यक्ष सिम्मी बेगम, मनोज गौड़, मानवेंद्र पांडव, विपुल पाठक, अप्रतिम सक्सेना, राखी चौहान, उमाशंकर शर्मा, अनम धन्य तिवारी, विवेक अग्रवाल, चौधरी ओमवीर सिंह, गौरव सिंह, रमेश कश्यप, गंगेश्वर सिंह, महेश चौबे, अर्जुन यादव,  रवि वाल्मीकि, नितिन वार्ष्णेय, अमित राज, विनोद दिवाकर, अनिल खरे, रिंकू चौधरी, पूरन सिंह अनूप गौतम, हिमांशु चौहान, अफसाना, सोनी अब्बासी, सन्नो, पिंकी, बेबी ठाकुर, सुरेश शर्मा, रोहित कुमार, रज्जू कुरैशी, अब्दुल नदीम अहमद, जावेद आलम, शब्बीर , दिलशाद चौधरी, हर्ष कुमार, सागर माहौर आदि कांग्रेस जन मौजूद रहे।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading