मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 8 दिसम्बर 1933 को की गई स्वतंत्रता आंदोलन की यात्रा को संजोने के लिए गांधी ग्लोबल फैमिली की जिला इकाई बुरहानपुर एवं गांधी विचार समिति द्वारा संयुक्त कार्यक्रम का स्थानीय गांधी भवन में रविवार को एक कार्यक्रम का आयोजन बुरहानपुर की महापौर एवं प्रथम नागरिक श्रीमती माधुरी अतुल पटेल की अध्यक्षता में किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत में सर्व प्रथम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर सुत के काते की माला अतिथियों द्वारा अर्पित कर महात्मा गांधी जी को नमन किया गया।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संस्था के सक्रिय सदस्यों में से एक मुल्ला तफ्फजुल हुसैन मुलायम वाला ने बताया कि गांधी जी के प्रिय भजनो की प्रस्तुतियां दी गई जिसके बाद सर्व धर्म प्राथना हुई जिसमें हिंदू, मुस्लिम, जैन के अनुयायियों ने अपने अपने पवित्र ग्रन्थों का पाठ किया।
कार्यक्रम में महापौर श्रीमति माधुरी पटेल के अलावा अतिथियों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार से श्री चंद्रकांत पाटीदार, पूर्व विधायक हमीद काज़ी,पूर्व विधायक ठा. सुरेद्र सिंहउर्फ़ शेरा भैया, पंडित शिवनाथ शास्त्री शासकीय स्वशासी आयुर्वैदिक कॉलेज बुरहानपुर के पूर्व प्राचार्य पंडित गजेंद्र शास्त्री, जिला शिक्षा अधिकारी श्री संतोष सोलंकी, गांधी ग्लोबल फैमिली GGF की अध्यक्ष मोहतरमा तसनीम मर्चेंट ,कांग्रेस जिलाध्यक्ष रिंकु टाक,कांग्रेस नेता पूर्व महासचिव अजयसिंह रघुवंशी, कवि एवं प्रोफेसर वीरेंद्र निर्झर, कवि सुरेंद्र जैन भारती, वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री श्रीमती हर्ष राज देवड़ा सहित मंच पर उपस्थित थे।
गांधी ग्लोबल फेमली/गांधी शांति समिति के आज के आयोजन पर सचिव एवं सीनियर अधिवक्ता दिलीप तायड़े ने गांधी जी की यात्रा के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। महापौर माधुरी अतुल पटेल ने कार्यक्रम को लेकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन होना बहुत अच्छी बात है। उन्होंने मंच से आयोजकों को धन्यवाद देते हुए इससे बड़े पैमाने पर करने का सुझाव के साथ सहयोग की बात भी कही।
गांधी ग्लोबल फेमिली एवं गांधी शांति समिती के तफ्फजुल हुसैन मुलायम वाला ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि बुरहानपुर की गंगा जमनी तहज़ीब के शहर में शांति सदभाव के साक्षत हस्ताक्षर महान स्वतंत्रता सेनानी महात्मा गांधी जी का बुरहानपुर में आना हमारे किये फख्र की बात है। सूफ़ी संतों की भूमि पर हमारे देश के राष्ट्रीय पिता ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान बुरहानपुर में कर आज़ादी की अलख जगाई। हमें भी फख्र है कि हमारे बुरहानपुर वासियों ने भी अपनी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी आज़ादी के आंदोलन में निभाई।
हमें अपनी पीढ़ी को इस सुनहरी तारीख याद दिलानी होंगी। आज भी हमारे शहर के कई लोगो को गांधी जी के 1933 के दौरे के बारे जानकारी तक नही है। हमें गांधी जी के सत्य और अहिंसा के मार्ग को अपना कर इसे जन जन तक पहचाना है।
कार्यक्रम को प्रोफ़ेसर डॉ. विरेद्र सिंह निर्झर, पूर्व विधायक हमीद काज़ी, प्रोफेसर सुरेंद्र भरती,
गांधी ग्लोबल की जिलाध्यक्ष तसनीम मर्चेंट, हर्षराज देवड़ा आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन उपाध्यक्ष रुस्तम शेख ने किया द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में गांधी ग्लोबल फेमिली के बनवारी मेटकर, आशीष भगत, सादिक़ जहाजवाला, रमेश शुक्ला, पीरजादा मुबशशिर अली, मंसूर सेवक, महेंद्र जैन, डॉ एसएम तारिक, केडी पटेल, एडवोकेट आसिफ़ जे शेख़ सहित शहर के कई गणमान्य जन गांधी भवन में आयोजित गांधी के पदचिन्ह में कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम के एक विशेषता यह भी रही के वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री श्रीमती हर्ष राय देवड़ा ने नवरात्रि व्याख्यान माला में पधारे वक्ताओं के विचारों के ऐतिहासिक संकलन को, जो नवरात्रि व्याख्यान माला समिति के अध्यक्ष स्वर्गीय नंदकिशोर देवड़ा द्वारा पुस्तक में प्रकाशित किया गया था,उसे इस आयोजन में जनमानस को निशुल्क वितरित किया गया।
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