शमसुद्दोहा, ब्यूरो चीफ, गोरखपुर (यूपी), NIT:
5 दिसम्बर राज्य कर्मचारीयों की एक महत्वपूर्ण चिंतन बैठक PRKS कार्यालय रेलवे स्टेशन पर सम्पन्न हुई। जिसमें मुख्य रूप से विनोद राय महामंत्री PRKS एवं उनकी टीम रही।
बैठक में चिंतन हुआ कि कब तक सरकार हम कर्मचारियों को मुंगेरी लाल के हसीन सपने दिखाएगी।
यह कतई न्यायपूर्ण नहीं है कि लोकतंत्र में बात सुनकर खोखले वादे किए जाय और उसे पूरा न किया जाए। यह सरकार एवं ब्यूरोक्रेट्स की तानाशाही कहलाती है, अथवा तत्काल केंद्र/राज्य की महत्वपूर्ण निम्नवत मांगों को सरकार पूरा करे।
1- कोरोना काल का डेढ़ वर्ष का एरियर।
2- पुरानी पेंशन बहाली।
3- सातवें वेतन आयोग की वेतन विसंगतियां अब तक पूरी नहीं हुई जबकि आठवें वेतन आयोग का समय आ गया।
4- सातवें वेतन का फिटमेंट फैक्टर 2.67 से 3.68 तत्काल किया जाय।
5- आठवां वेतन यथाशीघ्र दिया जाय, तब-तक अंतरिम राहत दिया जाय।
6- 50% डीए को मर्जर किया जाय।
7- केंद्र/राज्य के सभी विभागों में रिक्त पदों को नियमित रूप से भरा जाय।
8- रेल विजली सहित अन्य सभी विभागों का जो निजीकरण जो प्रस्तावित है उसे निरस्त किया जाय।
9- पेंशनर्स को 65/70/75 वर्ष पर 5/10/15% अतिरिक्त दिया जाय।
10- ग्यारह वर्ष में जब कटौती पूरी हो जा रही है पेंशन राशि करण की तो 15 वर्ष तक क्यों काटा गया। शेष अतिरिक्त कटौती जो गलत ढंग से हुई है,को तत्काल पेंशनर्स के खाते में वापस किया जाय तथा 11 वर्ष के बाद कटौती बंद किया जाए।
10- 2004 के बाद नियमित हुए कर्मचारियों की पुरानी सेवाएं जोड़कर पुरानी पेंशन दिया जाय।
11- केंद्र की भांति राज्य कर्मचारियों को भी सभी भत्ते दिए जांय।
12- संविदा आउट सोर्सिंग कर्मचारियों को नियमित कर भविष्य में नियमित नियुक्ति से ही रिक्तियां भरी जाय।
13- सफाई कर्मचारी नियमावली बनाकर उन्हें भी प्रोन्नति लाभ दिया जाए।
माननीय मुख्यमंत्री महोदय आप ही पेंशन के कर्णधार हैं, और पूर्व में आपने पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए केंद्र को पत्र भी लिखा था। आज तो आप प्रदेश के मुखिया हैं। इसलिए राज्य कर्मचारियों को पुरानी पेंशन की घोषणा करके प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में यशस्वी बनें।अंत में हमारी मांगे पूरी हों,चाहे जो मजबूरी हो, पुरानी पेंशन देना होगा, आदि नारों के साथ ही रेल कर्मचारियों से विनोद राय को भारी बहुमत से विजई बनाने की अपील के साथ बैठक संपन्न हुई। विनोद राय के विजई होने से उक्त मांगों के लिए संघर्ष में मजबूती मिलेगी।
बैठक में मुख्य रूप से रुपेश श्रीवास्तव, विनोद राय, पंडित श्याम नारायण शुक्ल, अशोक पाण्डेय,मदन मुरारी शुक्ल, राजेश सिंह, इजहार अली, दीपक चौधरी, देवेश सिंह, सतीश अवस्थी, अरुण अग्रवाल, कौशल किशोर, फिरोज उल हक, अभिषेक गुप्ता, लक्ष्मी श्रीवास्तव,बबल सिंह, शमशाद अहमद, अंशुल पाठक, अशोक शर्मा, राजेश मिश्र,फूलई पासवान, जामवंत पटेल, पृथ्वी नाथ गुप्त, आदि लोग मौजूद रहे।
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