त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
मध्य प्रदेश सरकार एवं शासन द्वारा स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं की ग्राम स्तर से लेकर शहर स्तर के आम लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए जिस प्रकार से मंगलवार का दिन जनसुनवाई के लिए घोषित कर सप्ताह के प्रत्येक मंगलवार को सभी विभागों को निर्देश है की प्रत्येक व्यक्ति की हर एक समस्याओं का लिखित आवेदन लेकर उनकी समस्याओं का निराकरण सात दिवस के अंदर किया जावे जिसको लेकर शासन एवं सरकार द्वारा सख्त निर्देश भी दिए गए हैं जिसमें लापरवाही करने वाले अधिकारी कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई के निर्देश से दिए गए मगर शासन एवं सरकार की इस नीति को सागर जिले के देवरी जनपद पंचायत के अधिकारी द्वारा ठेंगा दिखाने का काम किया जा रहा है एवं सरकार सरकार के पंचायत मंत्री के ही आदेशों का उल्लंघन किया जा रहा है।
हम बात कर रहे हैं देवरी जनपद की ग्राम पंचायत सिलारी की जिस पंचायत के सचिव दिनेश पारासर जो पूर्व समय से ही जहां-जहां पंचायत में रहे हैं वहां अनियमितताओं को लेकर चर्चा में रहते हैं ऐसे ही ग्राम पंचायत सिलारी में ढेर सारी अनियमितताओं को लेकर चर्चा में बनकर रह गए हैं ग्राम पंचायत सचिव दिनेश पारासर जिन पर ग्राम पंचायत के सैकड़ों लोगों ने गाली गलौज करने एवं अभद्रता करने व ग्राम पंचायत में महीने में सिर्फ 1-2 दिन आने व पंचायत भवन जनसुनवाई के दिन भी नहीं खोलने सम्बंधित शिकायत पंचायत मंत्री पहलाद पटेल देवरी एसडीएम, जनपद सीईओ देवरी, से की गई थी जिसके बाद पंचायत मंत्री ने जिला पंचायत सीईओ को पत्र लिखकर पंचायत सचिव को सिलारी पंचायत से हटाकर उसके खिलाफ जिला सीईओ को जांच के आदेश जारी कर जनपद पंचायत ऑफिस में अटैच करने का आदेश दिया गया था।
जिला सीईओ ने देवरी सीईओ को पत्र जारी कर लापरवाह सचिव को जनपद पंचायत में अटैच करवाया था मगर देवरी के अधिकारियों की मिली भगत के कारण जांच में ढेर सारी अनियमितता होने के बाद भी सचिव को जांच में सही सावित कर दिया गया ओर उसी पंचायत में बापिस भेज दिया गया जहा से मध्य प्रदेश सरकार की पंचायत मंत्री ने हटाने के निर्देश दिए थे इससे यह स्पष्ट उजागर होता है कि मध्य प्रदेश की सरकार के पंचायत मंत्री के आदेश की भी खुलेआम खुलेआम धज्जीयां उड़ाने में उनके ही विभाग के अधिकारी कोई कसर नहीं छोड़ रहे है सैलरी ग्राम पंचायत के ग्रामीण जन पहले भी भारी समस्या से जूझ रहे थे अब पुनः उसी लापरवाह सचिव के आने के बाद समस्याओं से ही जूझ रहे हैं पहले जैसे ही सचिव का बर्ताव ग्राम पंचायत के लोगों से जारी है ओर शासन के निर्देशानुसार दिन मंगलवार को जनसुनवाई के दिन भी ग्राम पंचायत भवन बंद रहता है महीने में 20 से 25 दिन पंचायत भवन में ताला लगा रहता है।
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