शेरा मिश्रा/अविनाश द्विवेदी, कटनी (मप्र), NIT; शिवराज सरकार कै शासन में अपराध व अपराधियों का बढ़ता ग्राफ किसी से छुपा हुआ नहीं है। एक ओर जहां आम जनमानस डरा सहमा है वहीं दूसरी ओर आए दिन पत्रकारों से मारपीट व उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाकर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने व डराने का प्रयास हो रहा है। ऐसा ही एक मामला मप्र के कटनी में एक पत्रकार के साथ पेश आया है।
जानकारी के मुताबिक मोबाइल दुकान में रिचार्ज करा रहे युवक को पुलिस बलात थाने ले जाने लगी कि उसी वक्त पत्रकार ने पूछ लिया कि कि क्या मामला है, तो पुलिस कर्मी पत्रकार के ऊपर भड़क गए व रोड किनारे खड़ी हुई गाड़ी को पूछा कि किसकी गाड़ी है। जब पत्रकार ने बताया कि मेरी है तो पुलिस कर्मियों ने मौजूदा जगह पर चलानी कार्यवाही ना करते हुए पत्रकार को जबरदस्ती बलात थाने ले जाने का प्रयास करने लगी। जिसका वीडियो वायरल हूआ है। पुलिस आरक्षक द्वारा वायरल वीडियो में पत्रकार का लगातार यह कथन है कि सर जो चालानी कार्यवाही है वह पूरी करें मैं चालान भरने को तैयार हूं किंतु थाना प्रभारी व अन्य पुलिसकर्मी पत्रकार को बलात ले जाने का प्रयास करते रहे। पत्रकार के अनुसार खबर से कूपित होकर पुलिस ने बदला लिया है।
डीजीपी, आईजी तक पहुंची कार्यवाही की मांग
श्रमजीवी पत्रकार परिषद के पदाधिकारियों ने भोपाल में डीजीपी को कटनी के पत्रकार के साथ पुलिसकर्मीयों द्वारा की गई बदसलूकी की शिकायत की गई। गत दिवस पूरे घटनाक्रम की जानकारी डीजीपी को दी व इसके पूर्व इन सिपाहियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही हेतु श्रमजीवी पत्रकार परिषद के नेतृत्व में कटनी जिले के समस्त पत्रकारों ने एसपी अतुल सिंह से चर्चा की और कोतवाली टीआई सहित घटनाक्रम में शामिल स्टाफ पर सख्त कार्यवाही की मांग की, जिस पर एसपी अतुल सिंह ने सीएसपी से जांच कराने का आश्वासन पत्रकारों को दिया एवं मौखिक रूप से पत्रकारों ने एसपी को अवगत कराते हुए कहा कि 3 दिनों में दोषियों के ऊपर उचित कार्यवाही ना होने पर जिले के समस्त पत्रकारों द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाएगा। पत्रकारों के साथ मारपीट के मामले में जबलपुर में पत्रकारों द्वारा आईजी को भी ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग की गई है।
पत्रकारों ने मौन जुलूस निकाल कर किया विरोध प्रदर्शन
पत्रकार से बदसलूकी करने वालों पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही न होने पर पत्रकारों में बढ़ते रोष के कारण आज मौन जुलूस निकालकर जिले के सभी पत्रकारों ने जिला प्रशासन को चेताया तथा वरिष्ठ पत्रकारों द्वारा बताया गया कि अगर प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही नहीं करता तो इसी प्रकार जिले के सभी पत्रकार विरोध कर धरना प्रदर्शन व अर्थी निकाल कर पूरे प्रदेश में विरोध करेंगे।
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