हिमांशु सक्सेना, ग्वालियर (मप्र), NIT:
ग्वालियर के सरकारी स्कूलों में घटिया मध्यान्ह भोजन के लगातार मामले सामने आ रहे हैं, इसके बाद भी घटिया भोजन जहां से तैयार किया जा रहा है वहां अफसरों ने ध्यान नहीं दिया है। हाल ही में भाजपा पार्षद दिनेश सिकरवार ने किलागेट के जिस सरकारी स्कूल में निरीक्षण किया था वहां मिले घटिया मध्यान्ह भोजन की जांच एसडीएम ग्वालियर सिटी की ओर से कराई गई है। एसडीएम की ओर से टीम भेजी गई थी, इस रिपोर्ट में क्या सामने आया यह साेमवार को सबमिट होगी। इसके पहले भी प्रदेश के उर्जा मंत्री को सरकारी स्कूल में ही घटिया भोजन मिल चुका है।
बता दें कि मध्याह्न भोजन के लिए ग्वालियर में दो सेंट्रल किचन हैं। एक किचन शिवपुरी लिंक रोड पर है जहां विदिशा की संस्था वर्णिता के पास ठेका है। दूसरी किचन पुरानी छावनी पर स्थित है जहां सुशीला देवी संस्था के पास ठेका है। इन दो किचिनों से ही भोजन भेजा जाता है।
अलग-अलग स्कूलों के लिए गाडियों को लगाया गया है जो खाना देकर आती हैं। 19 सितंबर को उपनगर ग्वालियर में आने वाली डीआरपी लाइन में गुरुवार को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एक धार्मिक आयोजन में शामिल होने पहुंचे थे।
यहां से निकले तो पास ही पीएमश्री शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल को देखा तो अंदर चले गए। यहां स्कूल के बच्चे मध्याह्न भोजन के तहत भोज कर रहे थे, जहां ऊर्जा मंत्री भी सहज रूप से खाना खाने बैठे गए। मंत्रीजी को जब खाना परोसा गया तो वे दंग रह गए। यहां खाने में आलू की सब्जी में आलू ही नहीं थे। इस मामले का वीडियो भी बहुप्रसारित हो गया था।
पार्षद ने रविवार को किया था निरीक्षण
कुछ दिन पहले ही किलागेट क्षेत्र में शरणार्थी प्राथमिक स्कूल में पार्क की तैयारियां देखने पहुंचे भाजपा पार्षद दिनेश सिकरवार के सामने मध्यान्ह भोजन की पोल खुल गई। यहां दाल पतली पानी जैसी थी और सब्जी भी घटिया मिली। पार्षद यह देख चौंक गए और तत्काल मौके से एसडीएम ग्वालियर सिटी अतुल सिंह को काल करके पूरा मामला बताया। वहीं इस स्कूल में 63 बच्चों पर एक ही टीचर मिली जिसको लेकर कलेक्टर को शिकायत की गई है।
किलागेट क्षेत्र के पार्षद ने मध्यान्ह भोजन की क्वालिटी ठीक न होने की शिकायत की थी जिसपर हमने जांच कराई है। सोमवार को जांच में क्या आया पता चल जाएगा।
अतुल सिंह, एसडीएम,ग्वालियर सिटी
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