संदीप तिवारी, ब्यूरो चीफ, पन्ना (मप्र), NIT:
देश दुनिया में पन्ना को बेशकीमती हीरों के लिए जाना जाता है। कहते हैं कि यहां की धरा किसी को भी रंक से राजा बना देती है। लेकिन आज हम बात कर रहे हैं ऐसे किसानों की जिनकी जमीन सब्जी, आलू टमाटर की जगह बेश कीमती हीरे उगल रही है। अभी तक किसान और उसके साथियों को एक दर्जन से भी अधिक हीरे मिल चुके हैं।
शनिवार को फिर इन किसानों को एक चमचमाता हुआ 7 कैरेट 44 सेंट का हीरा मिला, जिसे किसान व उसके साथियों के द्वारा हीरा कार्यालय में जमा किया गया है। इस हीरे की अनुमानित कीमत 20 लाख के करीब आकी जा रही है, जिसे 4 दिसंबर को होने वाली नीलामी में रखा जाएगा।
निजी खेत का बनवाया था पट्टा बता दें कि किसान दिलीप मिस्त्री ने बताया कि वह और उसके साथी पेशे से किसान है। लॉकडॉउन के समय उन्होंने अपने निजी खेत का हीरा कार्यालय से पट्टा बनवाकर खदान लगाई। जब से अभी तक उन्हें अलग-अलग साथियों के नाम से एक दर्जन से अधिक हीरे मिल चुके हैं। वहीं शनिवार को उन्हें 7 कैरेट 44 सेंट का हीरा मिला यह उनका इस साल का दूसरा बड़ा हीरा है।
इसके पूर्व भी उन्हें इसी खेत से 16 कैरेट का हीरा मिला था। जो उन्होंने हीरा कार्यालय में जमा किया था। पैसों से कराएंगे बच्चों की पढ़ाई-लिखाई किसान ने बताया कि हीरा मिलने से काफी खुशी है जो शब्दों में बयान नहीं की जा सकती है। हीरा नीलामी के बाद मिलने वाले पैसों से वह अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई एवं उनके भविष्य उज्ज्वल करने में खर्च करेंगे। वही हीरा पारखी ने बताया कि उक्त हीरे को आगामी नीलामी में रखा जाएगा
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