इम्तियाज़ चिश्ती, ब्यूरो चीफ, दमोह (मप्र), NIT:
बांदकपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की टक्कर से घायल दमोह जिले के बांदकपुर चौकी क्षेत्र के रेलवे स्टेशन पर रविवार रात करीब 8 बजे बिलासपुर भोपाल ट्रेन से मजदूरी करने वाले दो युवक के गिर जाने से मौत हो गई थी सूचना दमोह पुलिस को मिली। बांदकपुर चौकी प्रभारी राजेंद्र मिश्रा अपने साथी डायल हंड्रेड वाहन चालक के साथ मौके पर पहुंचे और शवों को उठाने पहुंचे तभी एक दूसरी ओर से ट्रेन वहां से निकली जिसकी टक्कर से चौकी प्रभारी राजेंद्र मिश्रा और डायल हंड्रेड पायलट यावर खान पिता हिदायत खान निवासी हिंडोरिया को टक्कर लग गई।
इस हादसे में चौकी प्रभारी का एक हाथ कट गया है और पायलट को भी बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। चौकी प्रभारी राजेंद्र मिश्रा का हाथ कट जाने के कारण गंभीर हालत में दोनों घायलों को जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। फ़िलहाल राहत की बात है कि दोनों खतरे से बाहर बताये जा रहे हैं इलाज जारी है। दमोह एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि वहां यदि उनका बेहतर इलाज नहीं होता तो एयर एंबुलेंस के माध्यम से उन्हें किसी बड़े अस्पताल भेजा जाएगा ताकि उनका बेहतर इलाज हो सके।
रविवार रात ट्रेन से टकराकर पुलिस के दो जवानों को जो दर्द पहुँचा उसे हर किसी ने महसूस किया। देश भक्ति जन सेवा का नारा देने वाले पुलिस के होनहार जवान बांदकपुर चौकी प्रभारी राजेंद्र मिश्रा और डायल हंड्रेड के पायलट यावर खान के ट्रेन की टक्कर से गंभीर घायल होने की ख़बर शहर में आग की तरह फैली जिस जिसने बांदकपुर चौकी प्रभारी राजेंद्र मिश्रा का सुना सभी हैरत में आकर जिला अस्पताल पहुँचना शुरू हुआ देखते ही देखते सेकड़ों की संख्या में लोगों की भी जमा हो गई सभी लोगों ने दिल से दुआ की कैसे भी हो दोनों जवानों की जान की खैर हो वक़्त पर उन्हें इलाज मिले: दमोह एसपी श्रुत कीर्ती सोमवंशी ने तत्काल जबलपुर तक डॉक्टरों से संपर्क कर इलाज की सारी व्यवस्था कराई।
दमोह पुलिस कप्तान श्रुत कीर्ती सोमवंशी ने अपने पुलिस परिवार के मुखिया होने का फर्ज बाखूबी निभाया दोनो घायलों को तुरंत इलाज मुहैया हो सके उसके सारे इंतज़ाम देखते ही देखते किये साथ में डॉक्टरों से सतत संपर्क करते देखे गए दमोह से जबलपुर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर समय पर मेट्रो हॉस्पिटल तक घायलों को पहुँचाने में अपनी अहम भूमिका निभाई तो वहीं एडिशनल एसपी संदीप मिश्रा ने भी बिना देर किए हालात को देखते परिजनों की तरह दमोह से जबलपुर तक एम्बुलेंस के पीछे पीछे घायलों को लेकर पहुँचे यह तस्वीर जिसने भी देखी भाव विभोर हो उठा जिले के दोनों आला अधिकारियों ने अपनी अहम भूमिका किसी पिता या बड़े भाई की तरह निभाई सारी रात समय समय पर एसपी और एडिशनल एसपी एक दूसरे के संपर्क में रहकर अपने विभाग के जवानों के बेहतर इलाज़ में फिक्रमंद रहे।
नगर के बुद्धिजीवी वर्ग ने की सराहना:-
जिले के पत्रकार समाज सेवी महेंद्र दुबे ने कहा हम दमोह वासी सभी प्रशासनिक अधिकारियों का धन्यवाद देते है जिन्होंने वाकई परिवार के मुखिया की भूमिका अदा की ये कहने में गुरेज नहीं कि अधिकांश लोग दोनो घायलों से लंबे समय से जुड़े या परिचित हैं लेकिन बेहद कम समय मे दमोह से जुड़े एसपी श्री सोमवंशी ने जिस अपनत्व और परिजन की तरह फर्ज निभाया उसकी प्रशंसा सार्वजनिक मंच पर होना चाहिए और लोग कर भी रहे हैं।
दमोह से जबलपुर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर समय पर मेट्रो हॉस्पिटल तक घायलों का पहुँचना ही उनकी जिंदगी को बचाने में कारगर साबित हुआ। जिले के एडिशनल एसपी श्री संदीप मिश्रा भी किसी पिता या बड़े भाई तरह अपने सिपाहियों के इलाज में हर सम्भव प्रयास करते देखे गए । जब ऐसे दृश्य सामने आते हैं तो ऐसे किरदार को निभाने वाले लोगों को सेल्यूट करने का मन बनता ही है और दोनों अफ़सरों को वाकई दिल से सेल्यूट।
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