एक बार फिर इटवा बाजार नज़र आया लघु भारत के रूप में | New India Times

निहाल चौधरी, इटवा/सिद्धार्थ नगर (यूपी), NIT:

एक बार फिर इटवा बाजार नज़र आया लघु भारत के रूप में | New India Times

इटवा बाजार एक बार फिर लघु भारत के रूप में नज़र आया। मौका था सिद्धार्थ तथागत कला- साहित्य संस्थान की ओर से आयोजित 9वां अंतरराष्ट्रीय तथागत  सृजन सम्मान समारोह का। इस समारोह में देश के सुदूर पूर्वोत्तर राज्य नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा, असम, मेघालय, अरुणाचल, मणिपुर आदि अहिंदी भाषी क्षेत्र सहित नेपाल के लगभग चार दर्जन से भी अधिक साहित्यकार उपस्थित हुए।

रविवार को देर शाम आयोजित यह समारोह शहर के प्रसिद्ध होम्योपैथी चिकित्सक डॉ भास्कर शर्मा के इटवा बाजार स्थित शर्मा होम्योपैथिक चिकित्सालय एंड रिचर्स सेंटर के सभागार में सम्पन्न हुआ। समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि अमलेंदु नाथ मिश्र, आयकर आयुक्त, गोरखपुर; विशिष्ट अतिथि नेपाल की चर्चित साहित्यकारा और सांसद डॉ रेखा यादव ‘निर्झर’; सुश्री प्रतिभा चौहान, अतिरिक्त जिला न्यायाधीश सिवान, बिहार; मिरिक दार्जलिंग की पूर्व चेयरपर्सन और चर्चित लेखिका डॉ कमला तमांङ ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।

समारोह का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि श्री मिश्र ने कहा कि विगत नौ वर्षों से देश के सुदूर पूर्वोत्तर राज्य नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा, असम, मेघालय, अरुणाचल, मणिपुर आदि हिंदी भाषी क्षेत्र सहित नेपाल, भूटान, श्रीलंका आदि देशों के साहित्यकार जो अहिंदी भाषी होने के बावजूद हिंदी में लेखन कार्य कर रहे हैं, ऐसे लोगों को उनके कार्य के लिए प्रोत्साहित करने हेतु इस तरह का आयोजन इटवा बाजार में होना न केवल इटवा बाजार बल्कि सम्पूर्ण प्रदेश के लिए उपलब्धि भरा है।

संस्था के अध्यक्ष  डॉ भास्कर शर्मा ने दूर-दूर से आए साहित्यकारों का स्वागत करते हुए कहा कि विगत नौ वर्ष से संस्था देश ही नहीं विदेश के भी अहिंदी भाषी लोगों को अहिंदी में सृजन करने हेतु न केवल प्रोत्साहित करती है बल्कि सम्मानित भी करती है। आज इसी कड़ी में 9वां समारोह में चयनित साहित्यकारों को सम्मानित करते हुए संस्था गौरवान्वित महसूस कर रही है।

इस अवसर पर भारत नेपाल की लघुकथाएं संपादक राजेंद्र परदेसी, डॉ कमला तमांग और डॉ सूर्य प्रसाद लकोजू, प्रतिभा चौहान की कविता संग्रह ‘युद्ध में जीवन’ और नेपाल की सांसद और साहित्यकार डॉ रेखा यादव ‘निर्झर’ की कविता संग्रह ‘सुस्तरी’ का लोकार्पण भी हुआ।

समारोह में प्रो. डॉ. हंसराज कुशवाहा, सीनियर असिस्टेंट प्रोफेसर रतनसेन डिग्री कॉलेज बांसी सिद्धार्थनगर प्रसिद्ध गजलकार, समीक्षक और संपादक पंकज पाण्डेय, बिहार; श्री लक्ष्मण पाण्डेय, डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर, मनोज सिदार्थ, जयकिशोर गौतम, हरिश्चंद्र, राम अवतार प्रजापति, गोविंद मौर्या, मौलाना मुज्जमिल हुसैन आदि सम्मलित हुए। कार्यक्रम का संचालन गृह मंत्रालय में राजभाषा विभाग के सहायक निदेशक डॉ रघुवीर शर्मा और धन्यवाद ज्ञापन संस्था के सचिव संतोष कुमार ने किया।


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