इम्तियाज़ चिश्ती, ब्यूरो चीफ, दमोह (मप्र), NIT:
जिले की स्वास्थ्य सेवाएं राम भरोसे और अगर कोई मरीज़ का परिजन आवाज़ उठाये तो सभी स्वास्थ्य कर्मी एक राय होकर उस व्यक्ति का विरोध करने आंदोलन पर हो जाते हैं आमादा ताकि कोई भी आम नागरिकों में से इन स्वास्थ्य कर्मियों की कमियों को कभी उजागर करने की हिमाक़त ना कर सके ऐसा ही हुआ है जिले के हटा सिविल अस्पताल में।
दरअसल हटा के निवासी शंभु शर्मा की सर्प दंश से मौत हो जाने के बाद उसके बेटे शुभम शर्मा द्वारा एक वॉयरल किए गए वीडियो जिसमें हटा सिविल अस्पताल में व्याप्त गड़बड़ियों के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी गई थी सिर्फ चेतावनी लेकिन उस चेतावनी पर अमल होता कि उससे पहले सिविल अस्पताल के समस्त स्वास्थ्य कर्मियों सहित डॉक्टर सक्रिय हुए और आंदोलन की पहल यहीं से शुरू कर दी गई। भर्ती मरीजों को राम भरोसे छोड़ समस्त अस्पताल स्टाप इखट्ठा हुआ और कामकाज बंद कर हड़ताल पर चला गया। इस बीच चेतावनी देने वाले शुभम शर्मा पर डॉक्टर अनंत कुमार की रिपोर्ट पर प्राथमिकी दर्ज की कराई गई।
श्री शर्मा के परिजनों के अस्पताल पहुंचने पर उपजे विवाद के बाद सोमवार को डॉक्टर्स सहित सभी स्वास्थ्य कर्मी आंदोलन पर आमादा रहे एकत्रित होकर एस डी एम कार्यालय पहुँचे। जहाँ हटा सिविल अस्पताल का समस्त स्वास्थ्य अमले ने एसडीएम कार्यालय में नायब तहसीलदार शिवराम चढ़ार को एक ज्ञापन सौंपा और आरोपियों पर कार्यवाही करने की माँग की। अस्पताल में ड्यूटी डाक्टर सौरभ जैन के साथ शुभम शर्मा के भाई मुकुल शर्मा सहित अन्य लोगों पर अभद्रता के आरोप लगे और डाक्टरों की शिकायत पर हटा थाने में मामला दर्ज हुआ उसके बाद स्वास्थ्य अमला गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा रहा।
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