नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ़, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
जामनेर सीट से सातवीं बार मैदान में उतरे बीजेपी के नेता गिरीश महाजन के विरोध में ग्रामीण इलाको में वातावरण बनाने में विपक्ष कुछ हद तक सफ़ल हो गया है। MVA के प्रत्याशी दिलीप खोड़पे सर के साफसुथरे व्यक्तित्व के कारण मिडल क्लास गरीब गुरबा उनसे जुड़ रहा है। हमने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि क्षेत्र मे एक किस्म का अंडर करंट दौड़ रहा है। लेकिन जामनेर के वोटरों में मतदान करने को लेकर अनास्था जैसा माहौल है। 2014-15 नगर परिषद में कांग्रेस गठबंधन का 14 बनाम 6 ऐसा बहुमत होने के बाद भी गठबंधन के 6 नगर सेवक बीजेपी के कैंप में चले गए उनके समर्थन से मंत्री गिरीश महाजन की पत्नी श्रीमती साधना महाजन नगर अध्यक्ष चुनी गई। इसके पहले कांग्रेस के पारस ललवाणी ने अध्यक्ष पद की ढाई साल की टर्म पूरी कर ली।
कांग्रेस गठबंधन ने जीती हुई संस्था बीजेपी के हवाले कर दी जनमत के इस अनादर को लेकर जनता में MVA के लिए तीव्र नाराजगी देखी जा रही है। जिसके नफे नुकसान का अंदाजा पाठक लगा सकते है। वोटिंग ट्रेंड का इतिहास खंगालने पर पता चलता है कि महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में सबसे अधिक मतदान होता है। शहरों का वोटर सोचता है कि मेरे वोट से कुछ बदलने वाला नहीं है। ग्रीस के महान राजनीतिज्ञ Pericles ने कहा है कि ” Just because you don’t take intrested politics doesn’t mean politics won’t take in interest in you ” अगर आपने वोट नहीं किया तो दूसरों द्वारा वोट दे कर जीता हुआ उम्मीदवार पॉवर में आएगा और उस समाज के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेगा जिस समाज के आप हिस्सा हो।
सेना के जवान पर मामला दर्ज: जामनेर विधानसभा क्षेत्र 19 के लिए ETPBMS प्रणाली द्वारा प्राप्त वोटिंग की मत पत्रिका को व्हाट्सअप पर शेयर और वायरल करने की शिकायत के सत्यापन के बाद भारतीय सेना के जवान प्रमोद भामरे पर जन प्रतिनिधि अधिनियम 1951, 136(1), 136(2)(b) अनुसार जामनेर थाने में मामला दर्ज किया गया है।
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