साबिर खान, वसई-विरार/मुंबई (महाराष्ट्र), NIT:
मुनाफ अब्दुल रेहमान बलोच, अध्यक्ष हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन विरार ने कार्यकारी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग महाराष्ट्र (PWD) को एक पत्र देकर विरार-नारंगी फ्लाईओवर प्रोजेक्ट को शीघ्र पूर्ण करने की मांग जनहित में की है।
उन्होंने मांग पत्र में लिखा है कि हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन एनजीओ की ओर से मैं अध्यक्ष मुनाफ अब्दुल रेहमान बलोच, आपसे अनुरोध करता हूँ कि विरार-नारंगी फ्लाईओवर प्रोजेक्ट का कार्य शीघ्रता से पूरा किया जाए। यह प्रोजेक्ट 2018 में शुरू हुआ था और इसे मई 2023 तक पूरा होना था लेकिन यह प्रोजेक्ट अभी भी अधूरा है, जिसके कारण उत्पन्न हुई यातायात जाम की स्थिति से सार्वजनिक सुरक्षा और सामुदायिक कल्याण का संकट खड़ा हो गया है। इसका बड़ा प्रभाव विरार के निवासियों, यात्रियों और आपातकालीन सेवाओं पर पड़ा है।
इस देरी से निम्नलिखित गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं:
- आपातकालीन सेवाओं में देरी: एंबुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाएँ भारी ट्रैफिक जाम में फंस जाती हैं, जिससे त्वरित चिकित्सा सहायता में देरी होती है और जीवन को खतरे में डालती है। हमारे समुदाय में इस तरह की देरी अस्वीकार्य है।
- भारी वाहनों के कारण जाम: भारी वाहनों की आवाजाही से जाम की स्थिति और बढ़ जाती है और वैकल्पिक मार्ग भी खराब हो रहे हैं, जिससे यात्रा और अधिक खतरनाक हो गई है।
- दैनिक यात्रियों पर प्रभाव: हजारों निवासियों को रोजाना भारी देरी का सामना करना पड़ता है, जिससे उत्पादकता में कमी, ईंधन लागत में वृद्धि और मानसिक तनाव बढ़ा है। इसका समाज के सर्वांगीण विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
उन्होंने आगे लिखा है कि हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन और विरार के निवासियों की ओर से हम PWD से अनुरोध करते हैं कि विरार-नारंगी फ्लाईओवर प्रोजेक्ट का कार्य प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए। इसके साथ ही, हम तात्कालिक उपायों के रूप में ट्रैफिक प्रबंधन में सुधार और आपातकालीन सेवाओं के लिए अलग मार्ग की व्यवस्था करने का भी अनुरोध करते हैं, ताकि यातायात जाम कम हो सके। हमें विश्वास है कि आप इस अनुरोध पर शीघ्र ध्यान देंगे और नागरिकों को राहत प्रदान करेंगे।
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