नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ़, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए दाखिल आवेदनों की स्क्रुटनी हो चुकी है। 287 सीट पर 7967 में 7050 प्रत्याशीयों के नामांकन वैध पाए गए हैं। बागियों ने युति आघाड़ी के नाक में दम कर रखा है। 2019 में बीजेपी ने पूरे राज्य में अविभाजित शिवसेना के प्रत्याशियों को गिराने के लिए अपने लोगों को निर्दलीय का मुखौटा पहनाकर मैदान में उतारा था। कइयों को करोड़ों रुपयों की आर्थिक ताकत दे कर मजबूती देने की खबरे भी सुनाई पड़ी। 2024 में 2019 को दोहराया जा रहा है इस बार एकनाथ शिंदे की शिवसेना बीजेपी के निशाने पर है।
बीजेपी प्रणीत महायूती ने गिरीश महाजन को उत्तर महाराष्ट्र का समन्वयक बनाया है। 2019 का कामकाज सामने रख कर शायद पार्टी ने यह फैसला लिया होगा। मीडिया से संकट मोचक महाजन अपने गृह जिले जलगांव में पाचोरा , अमलनेर , जलगांव शहर , रावेर , जलगांव ग्रामीण में बीजेपी के उपद्रवी उम्मीदवारों को मनाने में कितने सफ़ल होते हैं यह नामांकन वापसी के बाद पता चलेगा।
जानकारों के मुताबिक यह बताया जा रहा है कि नहीं मनाने पर बागीयों को दिखाने के लिए पार्टी से बाहर किया जाएगा और अगर बागी चुनकर आते हैं तो उन्हें फिर से बीजेपी में शामिल कर लिया जाएगा। विपक्ष और कांग्रेस से जिताऊ नेता आयात कर कर के बीजेपी के भीतरी अनुशासन का ढोल फट चुका है यह माजरा अब संघ संज्ञान के बाहर हो गया है। जलगांव धूलिया नासिक नंदूरबार अहिल्यानगर की 45 सीटों में से 15 बीजेपी के खाते में जा सकती है।
5 को रोहित जामनेर में: बीजेपी नेता गिरीश महाजन के खिलाफ़ दिलीप खोड़पे सर की उम्मीदवारी के कारण संघर्ष की स्थिती में आ चुकी जामनेर सीट पर देश प्रदेश की नजरें टिकी है। सूत्रों के मुताबिक खोड़पे सर के प्रचार के लिए MVA की ओर से 5 नवंबर को NCP शरदचंद्र पवार के नेता रोहित पवार की पहली जनसभा शेंदुर्णी में होनी है। 10 से 17 नवंबर के बीच MVA प्रदेश स्तर पर जामनेर शहर में बड़ी जनसंवाद रैली का आयोजन कराने के लिए प्रयासरत है।
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