विवेक जैन, बागपत (यूपी), NIT:
बागपत नगर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी लोगों ने नवरात्रों में कन्याओं का पूजन किया और उनको भोग लगाया। धार्मिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाली बागपत की प्रमुख समाज सेविका मनोरमा श्रोती ने भी अपने घर पर कन्याओं का पूजन किया, उनको भोग लगाया और उपहार वितरित किये। मनोरमा श्रोती ने बताया कि नवरात्रों के दौरान कन्या पूजन अत्यंत शुभ माना जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कन्याओं को मां दुर्गा का प्रतीक माना जाता है। नवरात्रों में मां के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रों के पहले दिन से ही हिन्दू धर्म के लोग कन्या का पूजन करते है व उनको भोग लगाते है। अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। कन्या पूजन करने से मां अत्यंत प्रसन्न होती है। मां के आशीर्वाद से सुख व समृद्धि प्राप्त होती है। मनोरमा श्रोती ने बताया कि कन्या पूजन में विशेष व्यंजन जैसे कि पूरी, छोले, चना, हलवा, खीर आदि बनाये जाते है।
सभी कन्याओं की पूजा की जाती है और उनको सम्मानपूर्वक भोजन कराया जाता है। इसके उपरान्त कन्याओं को यथासार्म्थय उपहार देकर उनकी विदाई की जाती है। कहा कि नवरात्रों में नौ दिनों तक कन्या पूजन करने और उनको भोजन कराने से दुख, दरिद्रता समाप्त होती है और सुख-शांति प्राप्त होती है। धन-धान्य के आगमन के साथ-साथ परिवार का कल्याण होता है। विभिन्न रोगों से मुक्ति मिलती है। ज्ञान की प्राप्ति होती है और असाध्य कार्य सिद्ध होते है।
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