नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ़, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
धारा 370 से धार्मिक राष्ट्रवाद को हवा देने वाली भाजपा जम्मू कश्मीर का चुनाव हार चुकी है। कश्मीर घाटी की 47 सीटों पर दुनियां की सब से बड़ी पार्टी ने उम्मीदवार हि उतारे नहीं। जम्मू की 43 सीटों में नेशनल कांफ्रेंस और अन्य ने मिलकर 14 सीटें जीती, भाजपा को 29 सीट मिली। J&K में इंडिया गठबंधन की सरकार बन रही है। हरियाणा में कांग्रेस ने कांग्रेस को हराया जिसका सबक महाराष्ट्र कांग्रेस को लेना होगा वरना महाराष्ट्र में कांग्रेस चौथे नंबर पर नज़र आएगी। महाराष्ट्र में भाजपा के बाद NCP (शरद चंद्र पवार) दूसरी बड़ी पार्टी की शक्ल में उभरने जा रही है।
इस विश्लेषण के बाद हम महाराष्ट्र के चुनावी माहौल की ओर रुख करते हैं। महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस सरकार सरकारी खर्चे पर अपने अपने पार्टी के प्रचार अभियान में जुटे हैं। लोकार्पण, शिलान्यास, भूमिपूजन की औपचारिकता के लिए बड़े बड़े शहरो और गांव कस्बों में किसी फिल्मी सेट की तरह रातों रात प्रोजेक्ट्स खड़े किए जा रहे हैं। जामनेर में प्रशासन ने महज एक महीने में शिवाजी महाराज स्मारक और पंधरा दिन में डॉ बाबा भीमराव अंबेडकर इनके स्मारकों को बनाकर लोकार्पण के लिए तैयार कर दिया है।
पालधी और नेरी गांव में भी शिवाजी महाराज के पुतले स्थापित किए गए है। इनसे बहुजन-मराठा समाज के वोट साधने की पुरजोर कोशिश की जा रही है। आज उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, अजीत पवार, सांसद उदय भोसले, विधायक शिवेंद्र भोसले समेत महायुति के नेतागण गिरीश महाजन के अनुरोध पर जामनेर में पधार रहे हैं। कुछ दिन पहले जलगांव के मेहरून तालाब पर महाराष्ट्र पर्यटन विभाग की ओर से जलक्रीड़ा महोत्सव शुरू कराया गया इसी को वाघुर डैम के लाभ क्षेत्र मे कॉपी कर दिया गया।
जामनेर शहर में” धन्यवाद गिरीश भाऊ ” इस शीर्षक के बैनर लगाए गए हैं। कायदे से धन्यवाद सरकार का करना चाहिए था लेकिन मंत्री होने के नाते गिरीश महाजन को धन्यवाद कर दिया गया। इस धन्यवाद भाव के पीछे जनता के मन में कही “अलविदा सरकार” यह भावना तो छिपी नहीं है। 2019 के विधानसभा चुनाव में सहज नज़र आए गिरीश महाजन आज़ 2024 में अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र जामनेर में काफ़ी सतर्क है। जामनेर निर्वाचन क्षेत्र की जनता मे तीस साल की राजनीत को लेकर एक किस्म की उमस भरी अंगड़ाई करवट ले रही है जिसका ठीक से अनुमान लगा पाना भाजपा के लिए कुछ मुश्किल साबित हो रहा है।
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