रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
नवरात्रि के पावन अवसर पर कन्या पूजन का आयोजन किया गया। कन्या पूजन में कुमारी कन्याओं के पांव धोकर कुमकुम का तिलक लगाकर उनकी पूजा अर्चना की जाती है। इसके अंतर्गत कक्षा नर्सरी से 4 तक के बालकों के द्वारा कन्याओं के पैर पक्षालन कर हल्दी, कुमकुम लगाकर पूजन किया गया। संस्था संचालक ओमप्रकाश शर्मा द्वारा 9 देवियों के रूप में आयी कन्याओं का श्रद्धापूर्वक पूजन किया गया। आयोजन के अंतर्गत सभी छात्रों द्वारा श्रृद्धा और सम्मान के साथ छोटी-छोटी कन्याओं के चरण धोकर उनका ससम्मान पूजन किया। संस्था संचालक ओम शर्मा ने कहा कि कन्या पूजन नारी सम्मान का प्रतिक है।
वर्तमान समय में बालिकाओं के साथ हो रही घटनाएं समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं। दुष्कर्म और छेड़छाड़ के खिलाफ एक मनोवैज्ञानिक शिक्षण पद्धति के रूप में कन्या पूजन की विद्यालयों में स्वीकार्यता लगातार बढ़ रही है। कन्या पूजन का हमारा उद्देश्य यह भी है कि हमारे छात्र और समाज यह समझें कि बालिकाएं केवल देवी स्वरूपा नहीं हैं बल्कि हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी हैं। बालिकाओं का सम्मान उनकी सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। इस कन्या पूजन के माध्यम से हम यह संदेश देना चाहते हैं कि हर बालिका का जीवन महत्वपूर्ण है और उसे आदर और स्नेह मिलना चाहिए।
इस अवसर पर संस्था प्राचार्या श्रीमती वन्दना नायर ने बताया कि कन्या पूजन का मुख्य उद्देश्य धार्मिक आस्था के साथ-साथ समाज में बालिकाओं के प्रति सम्मान और सुरक्षा की भावना जाग्रत करना है। आधुनिक समय में स्मार्ट फोन व अन्य इलेक्ट्राॅनिक गैजेट्स के माध्यम से बच्चों के मन मस्तिष्क मेें आ रहे विकारों को विद्यालय स्तर पर कन्या पूजन के माध्यम से दूर करने तथा युवा पीढ़ी को संस्कारित करने का प्रयास है। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रिति तिवारी, संजना मावि एवं शुभम राव द्वारा किया गया।
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