सादिक़ शेख, सूरत (गुजरात), NIT:
राज्य सरकार की री- डवलपमेंट योजना के तहत विकसित किए जाने वाले मान दरवाजा टेनामेंट के सैकड़ों परिवारों ने अब आंदोलन का रास्ता अपनाने का निर्णय किया है। बीते चार सालों से अधर में लटकी इस योजना को लेकर रविवार को मान दरवाजा टेनामेंट हित रक्षक समिति की बैठक हुई। जिसमें पहले मनपा आयुक्त को ज्ञापन सौंपने और दीपावली बाद महारैली निकालने का निर्णय किया गया है।
मान दरवाजा हित रक्षक समिति के समन्वयक असलम सायकलवाला ने बताया कि चार साल पहले मान दरवाजा को री- डवलमेंट करने का निर्णय किया गया। इसके लिए टेंडर भी जारी किया गया, लेकिन किसी ने रुचि नहीं दिखाई। अब तक मनपा चार बार टेंडर जारी कर चुकी है, लेकिन कोई भी एजेंसी आगे नहीं आ रही है। इसके पीछे राज्य सरकार और प्रशासन की नीति को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि पॉलिसी में बदलाव नहीं किया जा रहा है।
साथ ही मामला उच्च न्यायालय में होने के कारण भी कोई टेनामेंट के विकास में रुचि नहीं दिखा रहा। अब तक टेनामेंट ए, बी और सी को ध्वस्त कर दिया है और 1300 से अधिक परिवारों के सिर से छत छिन गई है। अधर में लटके इस प्रोजेक्ट को लेकर रविवार को हित रक्षक समिति के बैनर तले जनरल मीटिंग का आयोजन किया गया था। जिसमें सर्व सम्मति से मनपा आयुक्त को ज्ञापन सौपने और दीपावली के बाद महारैली निकालने का निर्णय किया गया है।
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