जमशेद आलम, ब्यूरो चीफ, भोपाल (मप्र), NIT:
भोपाल में रात के समय बिजली बंद करके अतिथि शिक्षकों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज की घटना की जाँच हाई कोर्ट की निगरानी में एक उच्चस्तरीय समिति द्वारा की जानी चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर जारी एक बयान में यह बात कही।
श्री कमलनाथ ने कहा कि “भोपाल में प्रदर्शन करने आए अतिथि शिक्षकों के साथ की गई बर्बरता की जो खबरें सामने आ रही है, वह बहुत चौंकाने वाली है और यह दिखाती है कि प्रदेश में लोकतंत्र और मानवाधिकारों की स्थिति पूरी तरह चौपट है।
शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले अतिथि शिक्षकों पर रात के अंधेरे में बिजली गुल करके किया गया लाठीचार्ज लोकतंत्र के माथे पर धब्बा है। अतिथि शिक्षकों के शरीर पर पड़ी एक-एक लाठी डॉक्टर मोहन यादव @DrMohanYadav51 सरकार के अत्याचार की इबारत है।
क्या मध्यप्रदेश में अपनी जायज मांगों के समर्थन में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना गुनाह हो गया है? मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि अतिथि शिक्षकों के साथ हुए अत्याचार की हाई कोर्ट की निगरानी वाली कमेटी से उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। और जो भी इसके लिए दोषी पाए जाते हैं, उन्हें कानून के मुताबिक सख्त सजा दी जाए।
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