पीयूष मिश्रा/ अश्वनी मिश्रा, सिवनी (मप्र), NIT;
ग्राम पंचायत छपारा में सरपंच सचिव के द्वारा विभिन्न योजना और मदों से किए गए 17 लाख 15 हजार रुपए के भ्रष्टाचार मामले में पंचायत के उपसरपंच ठाकुर सुरजीत सिंह सहित पंच मेहर सरयाम, सोना सरयाम, शंभू दयाल सरयाम और अन्य पंच जनपद पंचायत कार्यालय छपारा के सामने आमरण अनशन पर आज सुबह 11:00 बजे से बैठ गए हैं।
ज्ञात हो कि छपारा पंचायत में निर्माण कार्य एवं फर्जी मस्टररोल तथा अन्य मदों से पिछले दिनों 17 लाख 15 हजार रुपए का भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था, जिसके बाद जांच दल ने भी छपारा पंचायत के विभिन्न वार्डों में चल रहे निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन तथा निरीक्षण भी किया था जिसमें उक्त बड़ी राशि का घोटाला सही पाया गया था। जांच टीम के प्रतिवेदन के आधार पर छपारा जनपद पंचायत की सीईओ शिवानी मिश्रा ने भी जिला पंचायत सिवनी की ओर भेजे गए अपने प्रतिवेदन में स्पष्ट रुप से इस बड़ी राशि का गोलमाल का उल्लेख करते हुए छपारा पंचायत की सरपंच श्रीमती पूनम सैयाम और सचिव प्रकाश भलावी को पद से पृथक करने के साथ-साथ उक्त राशि रसूली योग्य एवं अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की अनुशंसा भी की थी लेकिन लगभग एक माह बाद भी अब तक जिला पंचायत के उच्च अधिकारियों द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने के चलते आज सुबह 11:00 बजे से पंचायत के उप सरपंच सहित पंच गण अनिश्चितकालीन आमरण अनशन और धरने पर बैठ गए हैं।
राजनीतिक रोटी सेंकने का सिलसिला शुरू
अब जबकि उप सरपंच सहित पंचगुण भूख हड़ताल और धरने पर बैठ गए हैं तो विभिन्न राजनीतिक दलों के द्वारा भी अपनी अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने का दौर शुरू हो गया है। हैरानी की बात तो यह है कि जो प्रमुख दल से जुड़े हुए लोग आज तक छपारा पंचायत में चल रहे भ्रष्टाचार के मामले में कभी आगे नहीं आए और आंखें बंद कर तमाशा देखते रहे अब वही लोग धरना स्थल पर अपनी राजनीति चमकाने की तैयारी कर रहे हैं, यही नहीं सोशल मीडिया के माध्यम से भी धरने में बैठे हुए अपनी- अपनी फोटो प्रकाशित करवा रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक धरना स्थल पर कोई भी शासन प्रशासन का जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंच पाया था और अभी भी उपसरपंच और पंचों के द्वारा अनिश्चितकालीन आमरण अनशन व धरना चालू है।
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