अटेवा ने आक्रोश मार्च निकाल कर दिया जिलाधिकारी को ज्ञापन | New India TimesOplus_131072

शमसुद्दोहा, ब्यूरो चीफ, गोरखपुर (यूपी), NIT:

26 सितम्बर को अटेवा पुरानी पेंशन बचाओ मंच के प्रदेश अध्यक्ष / NMOPS के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के आह्वान पर अटेवा शाखा गोरखपुर के तत्वावधान में नगर निगम, रानी लक्ष्मीबाई पार्क से आक्रोश मार्च निकाला गया।
अटेवा के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार दूबे ने अपने सम्बोधन में कहा कि OPS में नौकरी से सेवानिवृत्त होने के अंतिम माह के मूल वेतन के साथ साथ महंगाई भत्ते का 50% पेंशन के रूप में निर्धारित होता था। OPS हर साल संशोधित भी होती रहती थी जबकि UPS में मात्र बेसिक पे की 50% पेंशन मिलेगी और वह भी 25 साल की सेवा पूर्ण करने के पश्चात, और हर कर्मचारी 25 साल की सर्विस नहीं कर पाएगा यानी 25 साल से कम सर्विस पर 10,000 रूपया प्रति माह पेंशन रूपी झुनझुना कर्मचारियों पकड़ा रही है जो इस महगाई के दौर में नाकाफी है।
जिला महामंत्री ज्ञान प्रकाश सिंह ने कहा कि कर्मचारी जो 31 मार्च, 2025 तक सेवानिवृत्त हो रहे हैं उनके लिए UPS में कुछ भी नहीं है,किसी भी तरह के लाभ का कोई प्रावधान नहीं किया गया है। और कर्मचारी न घर के न घाट के रहे। आगे NPS रूपी खाई पीछे UPS रूपी झुनझुना।कर्मचारियों का भला सिर्फ़ OPS में है जहाँ अंतिम तनख्वाह का 50% वो भी DA के साथ मिलता था।

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इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष राजकुमार व संतोष पाठक ने कहा कि जिस हिसाब से सरकार यह योजना लेकर आयी है इसका सीधा मतलब है सरकार बीमा कंपनियों की तरह पॉलिसी बेंचने के मूड में है। इस UPS योजना का असली फायदा सिर्फ उन 1% कर्मचारियों को मिलेगा जो 1 अप्रैल, 2050 में UPS पेंशन स्कीम के अंतर्गत 25 वर्ष की सेवा के बाद सेवा निवृत्त होगें। इसका मतलब है वर्ष 2050 तक केन्द्र सरकार पेंशन देने से बचना चाहती हैं क्योंकि UPS पेंशन योजना के 25 साल की सर्विस से सेवानिवृत्त होने वाले ऐसे कर्मचारियों की संख्या गिनी चुनी बचेगी।मंडलीय मंत्री अभिषेक गुप्ता ने कहा कि 1 अप्रैल 2004 से 1अप्रैल, 2025 तक सेवानिवृत्त लोगों को NPS ही मिलेगा तो सरकार पर कोई भार नहीं होगा । वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि UPS और NPS दोनों ही कर्मचारियों के लिए कोढ़ है।अपने संयुक्त बयान में अर्जुन गुप्ता व विरेन्द्र प्रसाद ने कहा कि केन्द्रीय सेवाओं में आरक्षित वर्ग के लोगों के लिए 40 वर्ष अधिकतम आयु सीमा है तो आरक्षित वर्ग के कई कर्मचारी हैं जो 40 वर्ष की आयु में नियुक्ति पाये है वह 25 वर्ष सेवा में रहने से पूर्व ही सेवानिवृत्त हो जायेंगे, उन्हें UPS के अन्तर्गत मात्र 10 हजार रूपए की पेंशन मिलेगी। UPS कोई पेंशन योजना नहीं ये बेहद चालाकी भरा प्रोडक्ट है। UPS अर्थात ऊट पटांग पेंशन स्कीम सरकार के लिए अमृत और कर्मचारियों के लिए विष साबित होगा। सरकार के लुभावनों में ना जाएं। । आक्रोश मार्च में कई विभागों के शिक्षक कर्मचारी सम्मिलित हुए। स्वास्थ्य विभाग , पंचायती राज विभाग, शिक्षक सेल्फ केयर टीम उत्तर प्रदेश, डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन, नगर निगम विभाग, बीटीसी शिक्षक संघ , गुआकट्टा, उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति / जनजाति पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक संघ माध्यमिक शिक्षक संघ,लेखपाल संघ ,इन संगठनों के पदाधिकारी एवं कर्मचारी सम्मिलित हुए । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तारकेश्वर शाही, अखंड प्रताप सिंह, दुर्गाविजय सिंह, रमेश कुमार भारती,राम सूरत यादव,हरेराम यादव,पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ जिला मीडिया प्रभारी शमसुद्दोहा, सुभाष दूबे, महिला मोर्चा के कल्पना सिंह, निशिकांत चौधरी,अंजली,मार्च में अटेवा के पदाधिकारी दिलीप गुप्ता, अजय भास्कर, मनोज शर्मा, शिव प्रसाद शर्मा, सुनील शर्मा, अखंड मिश्रा, वरुण दूबे, विनय कुमार गुप्ता, अमरनाथ यादव, दिनेश कुमार सिंह, अरुण पाठक, रामप्रवेश, रामराज, राम स्नेही, इश्तियाक अहमद, ममता सुमन, सीमा गौतम, आकांक्षा सिंह, रेखा राम, चन्द्ररन, इंदिरा, उषा सिंह, रंजना मौर्य, रुबी, पुष्प लता मौर्य, प्रिती श्रीवास्तव, नूशरत अतीक, किरन लता मिश्रा, प्रभावित, जहारा, अजय कुमार, आलोक नायक, अवधेश कुमार, बृजेश कुमार, राम प्रसाद, जिला अध्यक्ष प्रोटान, आदित्य सिंह, मोलई प्रसाद, सूर्यभान सिंह, लालमन यादव, पिंटू कुमार, उमेश कुमार सिंह, दुर्गेश कुमार, प्रवींण यादव, विजय कुमार, बृजेश कुमार गौड़, राजू प्रसाद, मेवा लाल, यादवेन्द्र यादव, चंद्रशेखर, बलराम आदि मौजूद रहे।


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