शमसुद्दोहा, ब्यूरो चीफ, गोरखपुर (यूपी), NIT:
गोरखपुर जिला के पीपीगंज क्षेत्र के अंतर्गत तुर्कवलिया में ईद-मिलादुन्नबी (जश्ने आमदे रसूल) का जुलूस बड़े शान और अदबो ऐहतराम से पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में मनाया गया। हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम जब दुनिया में तशरीफ़ लाए उस दौरे जहाँ में जिहालत के अंधेरे में गुम थी। हर जगह गुमराहियत में भटकी हुई थी इंसानियत को हर जगह रौंदी जा रही थी। बच्चियों जन्म के तुरंत बाद जिन्दा दफन कर दिया जाता था और विवाहित महिलाओं के विधवा हो जाने पर महिला को पति के साथ जबरजस्ती जिन्दा आग के चिताओं में जला दी जाती थीं, मजदूर, यतीमों, गरीबों पर जुल्म ढाये जारहे थें, जुआ, शराब, मुजरा की पार्टियों जोरों थीं, चोरी लूकट, ज़नाकारी चरम पर थी। हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के दुनिया में तशरीफ़ लाने के बाद आप ने पुंनःविधवा विवाह, बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ, दहेज लेना शख्स हराम करार दिया, शराब हराम करार दिया, बेटा-बेटियों में भेद को दूर किया, बच्चों को शिक्षा पर जोर दिया, बधुआ मजदूरों को समाज के बड़े तपके के लोगों से आजाद कराया, गरीबों के लिए जकात, फितरा के जानिब से लोगों का स्तर ऊचा उठाने में मदद की, पूरी दुनिया को अमन का पैगाम दिया। आपने भटकी हुई इंसानियत को रौशनी दी तथा आप मीनारा ए नूर बनकर आये। कुरान ए पाक में अल्लाह फरमाता है कि हमने मोहम्मद को दुनिया के लिए रहमत बनाकर भेजा। वह सिर्फ मुसलमानों के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनिया के इंसानों के लिए रहमत बनकर आये।हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने पूरी दुनिया को अमन का पैगाम दिया। उन्होंने अपने अखलाक का ऐसा नमूना पेश किया कि आप पर आपके दुश्मन भी ईमान ले आये। हजरत आदम अलैहिस्सलाम से लेकर हजरत ईसा अलैहिस्सलाम तक जितने नबी आये सबने अपनी शिक्षाएँ दी और हमारे आखिरी पैगम्बर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम इस दुनिया में आए वह सब इंसानों को तौहीद, एकता और इंसानियत की दावत देने के लिए आए । पूरी दुनिया के लिए रहमत बनकर आए। रसूल-ए-पाक पर नाजिल होने वाली किताब कुरआन-ए-पाक है। कुरान दुनिया की एक ऐसी वाहिद(एक) किताब है जिसमें अल्लाहपाक ने पूरी इंसानियत व हिदायत का संदेश दिया है। हम सबको को हमारे प्यारे नबी हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बताए हुए रास्ते पर चलने की तौफीक अता फ़रमाए। एस अवसर पर जगह-जगह पर लंगर, व स्टाल लगाकर लोगों में मिठाईयां बाटी गई।जुलूस में मौलाना सईद साहब,हाफिज़ तौकीर ,दीने खा़दिम तालुकदार साहब, हाजी डा०आबिद अली, डा० इम्तेयाज अहम, असगर खान, अब्द एजाज, शमसुद्दोहा, अब्दुल वहाब, अब्दुल कादिर मंसूरी, डा०लियाकत अली, अब्दुल मोतल्लि, असलम खान,नशीम खान, शमीम खान, इमरान खान, अहमद रज़ा, तमाम हजरात मौजूद रहे। पुलिस प्रशासन सहयोग सराहनीय रहा। ईद मिलादुन्नबी की सभी को मुबारकबाद दी।
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