गुलशन परूथी, इंदौर (मप्र), NIT:
सेवानिवृत्त शिक्षक के द्वारा शिकायत की गई थी कि दिनांक 10/09/2024 को आवेदक पास एक अज्ञात नंबर से ठग ने कॉल किया और कहा कि आपके के नाम से एक पार्सल भेजा है क्या मलेसिया के लिए? आवेदक ने कहा की मैंने कोई पार्सल नहीं भेजा है, ठग बोला की आपका नाम और आधार नं. है इस पार्सल पर, तो आवेदक ने मना कर दिया कि मेरा नहीं है तो ठग ने कहा कि पार्सल में 58 ATM CARD, 16 FAKE PASSPORT, 140 GM MDM DRUGS यह सामान है और इस केस को CBI को रेफर कर रहे हैं, फिर CBI के अधिकारी बताकर ठग ने कॉल किया और कहा की आपके नाम से एक केस रजिस्टर हुआ है आप यहां दिल्ली CBI में सुबह उपस्थित हों अन्यथा आपके खिलाफ अरेस्ट वारंट निकलेगा, तो आवेदक ने कहा की मैं शारीरिक रुप से फिट नहीं हूं तो वहां उपस्थित नहीं हो सकता, तो ठग गैंग ने कहा कि आप व्हाटस्प कॉल पर कनेक्ट होइए फिर ठग द्वारा आवेदक को व्हाट्सप कॉल किया और आवेदक की निजी एवं बैंकिंग जानकारी व्हाट्सप पर प्राप्त करके आवेदक को कहा की बैंक जाकर मुझे कॉल करो फिर ठग गैंग ने आवेदक को एक बैंक अकाउंट डिटेल भेजी और बोला कि आपके रूपयों की जांच और वेरीफिकेशन हेतु पैसे ट्रांसफर करें, सारा रूपया आपको 4-5 दिन में वापस आ जायेगा तो आवेदक द्वारा विश्वास करके अपनी अलग अलग बैंकों से ठग द्वारा भेजे गए बैंक खाते में क्रमशः 7,50,000/- , 5,50,000/-, 7,50,000, 12,50,000/– रूपये RTGS के माध्यम से ट्रांसफर कर दिये। उसके बाद उक्त अज्ञात ठग द्वारा आवेदक को बोला गया कि आप अपने संबंधित थाने जाइये और मेरी बात SDOP से करवाइये, कनाडिया थाने पहुंचकर आवेदक के द्वारा वहां पर सारी बात बतायी तब आवेदक को ज्ञात हुआ कि उसके साथ फ्राड हुआ है। इस प्रकार आवेदक के साथ डिजिटल अरेस्ट के नाम पर कुल 33,00,000/- रूपये का फ्राड हुआ है।
आवेदक के द्वारा NCRP पोर्टल/1930 पर शिकायत दर्ज करवाई उक्त शिकायत क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस को प्राप्त होकर शिकायत में क्राइम ब्रांच टीम के द्वारा आवेदक से जानकारी प्राप्त की जाकर संबंधित बैंक खातों को फ्रिज करवाते हुए 12 लाख 50 हजार रुपए रिफंड कराएं जाने संबंधित नियमानुसार प्रक्रिया की जा रही है।
Cyber Advisory
आमजन को सूचित किया जाता है की इस तरह का कॉल आपके या किसी परिजन के पास आए तो क्या करें..
(1).किसी भी अनजान नंबर से आए कॉल पर स्वयं को FedEx या अन्य कोरियर सर्विस कंपनी का होना बताए जाने पर जल्दबाजी में कभी भी भरोसा न करें।
(2). मुंबई या किसी भी एयरपोर्ट पर पार्सल में मिले अवैध मादक पदार्थ, निजी दस्तावेज आपके हैं कहने पर समझ जाएं की यह फर्जी कॉल है।
(3). अनजान व्यक्ति के द्वारा कितना भी भरोसा दिलाने के बाद भी अपनी बैंकिंग एवं निजी जानकारी कभी भी साझा न करें।
(4). आपको आपके घर में Digital Arrest या होम अरेस्ट करने का कहने पर अनजान व्यक्ति की बातों में न आएं और तुरंत अपने घर के अन्य सदस्यों से जानकारी साझा करें।
(5) Digital अरेस्ट के दौरान वीडियो कॉल पर ठग के द्वारा दिखाए गए फर्जी पुलिस ऑफिस एवं पुलिस आईडी पर कभी भरोसा न करें।
(6). ठग द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग या अन्य केस में आपके ट्रांजेक्शन की जांच हेतु, पैसे की मांग करने पर कभी पैसे नहीं भेजें।
(7). फ्रॉड होने पर तत्काल NCRP पोर्टल या इंदौर पुलिस द्वारा संचालित साईबर हेल्पलाईन नंबर 7049124445 पर शिकायत करें।
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