त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
मध्य प्रदेश सरकार जिस प्रकार से बिजली समस्याओं को लेकर निराकरण के लिए नए आयाम तैयार कर रही है एवं कई प्रकार की योजनाओं के माध्यम से उपभोक्ताओं को बिजली सुगमता से देने का भरपूर प्रयास कर रही है जिससे उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिये नये नये कदम उठा जा रहे है। मध्य प्रदेश शासन द्वारा स्मार्ट मीटर लगाने का भी प्रयास किया जा रहा है जो बड़े बड़े शहरों में लगाए जा रहे हैं व सही रूप से बड़े शहरों में ही स्मार्ट मीटर लगाने के प्रावधान किये जा रहे हैं जिसके लिए ठेका भी दिए गए हैं। सागर की मिंटो कार्लो नाम की एक कंपनी जो देवरी नगर में स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रही है मगर आदेश देखने कुछ भी आदेश नहीं मिल रहा है ना ही लिखित है ना ही नगर के मीटर उपभोक्ता की लिस्ट है, होंगी भी कैसे जब बड़े शहर की जगह ग्रामीण क्षेत्र तहसील स्तर पर भी ठेकेदार द्वारा स्मार्ट मीटर लगाने का काम किया जा रहा है जिसकी ना कोई सूचना दिखाई जा रही ना ही कोई आदेश बताया जा रहा है। लोगों के सीधे घर जाकर जबरदस्ती मीटर बदलकर स्मार्ट मीटर लगाने का काम किया जा रहा हैं। नगर के कई स्थानों पर तो लोगों के घरों से स्मार्ट मीटर के नाम पर 200 से 500 रूपये तक की वसूली की जा रही है साथ ही कहीं-कहीं पर लोगों के घरों की बिजली केबल में कट होने या कोई बिजली कनेक्शन में गड़बड़ होने पर फर्जी केस बनाने की धमकी देकर 5 हजार से 10000 रुपए तक वसूले जा रहे हैं जबकि ठेकेदार या उसके कर्मचारियों को कोई भी कार्यवाही करने का अधिकार या परमिशन नहीं होती है न ही बिजली केस बनाने का अधिकार है। पूरा मामला फर्जीबाड़े तरीके से चल रहा है और बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी तक नहीं है। मोंटो कार्लो कंपनी के ठेकेदार की टीम द्वारा बताया गया है की देवरी में करीब 9000 से ऊपर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य करना है जिसमें अभी 2000 करीब लग चुके हैं। स्मार्ट मीटर लगने से बिजली चोरी बचेगी, ऑनलाइन रीडिंग होंगी, मोबाइल लिंक, बिजली खपत की जानकारी फ़ोन पर मिलेगी साथ ही स्मार्ट मीटर में सेटिंग या चोरी की बिजली जलाने पर सीधे जानकारी अधिकारी के ऑफिस में कंप्यूटर पर दिखेगी। वहीं नगर के लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर बदलने के नाम पर धमकाते हैं और 200-500 रूपये लेकर जबरदस्ती मीटर भी बदल रहे हैं जबकि हम लोगों के मीटर व्यवस्थित रूप से सुचारू चल रहे हैं ना ही हम लोगों द्वारा कोई मीटर ख़राब होने की शिकायत की गई है फिर क्यों मीटर बदले जा रहे हैं? जनता में इसका बड़ा आक्रोश फैल रहा है, कहीं यह आक्रोश सरकार के खिलाफ माहौल तो पैदा नहीं कर रहा है। कहीं ऐसा ना हो की सरकार को भविष्य में यही स्मार्ट मीटर के चक्कर में लेने के देने ना पड़ जाएं और भविष्य में होने वाले चुनाव पर इसका प्रभाव ना पड़ जाए। सबसे बड़ा विषय यह उठ रहा है कि मोंटो कार्लो नाम की कंपनी द्वारा जो कर्मचारी भेजे जा रहे हैं वह देवरी नगर में लूटमार मचाए हुए हैं और देवरी से लेकर जिले के प्रशासन अधिकारी चुप्पी साथ कर बैठे हुए हैं।
ठेकेदार के कर्मचारियों की जानकारी आपके द्वारा प्राप्त हुई है कि नगर में स्मार्ट मीटर लगाने के नाम व फर्जी केस बनाने के नाम पर अवैध पैसे वसूल रहे हैं, जांच कराई जाएगी एवं ऐसे लापरवाह लोगों पर कानूनी कार्यवाही भी कराई जायेगी: बी.एस. तेकाम, सहायक अभियंता देवरी।
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