राजीव गांधी जैसी महान शख्सियतें सदियों में कभी कभार ही जन्म लेती है: जाहिद कुरैशी | New India Times

विवेक जैन, बागपत (यूपी), NIT:

राजीव गांधी जैसी महान शख्सियतें सदियों में कभी कभार ही जन्म लेती है: जाहिद कुरैशी | New India Times

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रमुख कारोबारी जाहिद कुरैशी बागपत ने देश के प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी को उनके जन्मदिन पर श्रद्धांजलि अर्पित की और राजीव गांधी की महानता से लोगों को अवगत कराया। जाहिद कुरैशी ने कहा कि राजीव गांधी देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे। बताया कि राजीव गांधी ने 21 वीं सदी के शक्तिशाली भारत की नीव रखी। राजीव गांधी ने वर्ष 1984 से वर्ष 1989 तक के कार्यकाल में भारत को समृद्धशाली, वैभवशाली और शक्तिशाली बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाये। राजीव गांधी को भारत की इन्फार्मेशन टेक्नॉलाजी और टेलिकॉम रेवलूशन का पिता और डिजिटल इंड़िया का आर्किटेक्ट कहा जाता है।

बताया कि राजीव गांधी ने साइंस एंड़ टेक्नॉलाजी और उससे जुड़ी इंड़स्ट्रीज को प्रमोट किया। राजीव गांधी के प्रयासों से ही वर्ष 1989 में 61 वां संविधान संशोधन अधिनियम पास हुआ और वोटिंग ऐज को 21 से घटाकर 18 वर्ष कर दिया गया। राजीव गांधी ने ही पंचायती राज फाउंडेशन की नीव रखी जिसको उनकी हत्या के 1 वर्ष बाद वर्ष 1992 में संविधान के 73 वें और 74 वें संशोधन द्वारा बनाया गया। देशभर में हायर एजूकेशन प्रोग्राम्स के आधुनिकीकरण और विस्तार में राजीव गांधी ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और वर्ष 1986 में नेशनल पॉलिसी ऑन एजुकेशन की घोषणा की और इसकी मदद से जवाहर नवोदय विघालयों की शुरूआत हुई जिनका उद्देश्य मेधावी बच्चों को अच्छी शिक्षा देना था।

जाहिद कुरैशी ने बताया कि राजीव गांधी का व्यवहार बहुत ही मृदु था और वह ऊॅंच-नीच, छोटे-बड़े, जात-पात आदि में भेदभाव नही करते थे और देश के हर व्यक्ति को अपने परिवार का सदस्य मानते थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश को समृद्धशाली, वैभवशाली व ताकतवर बनाने और देश की जनता के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य किया। जाहिद कुरैशी ने कहा कि राजीव गांधी जैसी महान शख्सियतें सदियों में कभी कभार ही जन्म लेती है।


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