वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
पीपीपी मॉडल पर संचालित डीसीडीसी किडनी केयर डायलिसिस सेंटर के गम्भीर मरीजों की रक्तजांचें अब डायलिसिस सेंटर पर ही हो सकेंगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने रूपरेखा तैयार कर दी है। जांचों को करने के लिए पहले व तीसरे सोमवार को लैब टेक्नीशियन के साथ जिला चिकित्सालय की टीम डायलिसिस सेंटर पर पहुंचेंगी।
सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता ने बताया कि डायलिसिस के मरीजों को एलएफटी, केएफटी क्रिएटिन, सीबीसी व वायरल मार्क आदि ब्लड की जांचों की आवश्यकता होती है, परंतु जिला चिकित्सालय दूर होने के चलते इन मरीजों को वहां पहुंचने में बहुत अधिक परेशानी होती थी। इस समस्या को देखते उन्होंने जिला पुरुष चिकित्सालय मोतीपुर ओयल के सीएमएस डॉ आरके कोली से बात की और इन मरीजों की जांच के लिए जिला चिकित्सालय से टीम भेजने को कहा। इस पर जिला चिकित्सालय के सीएमएस का पूर्ण सहयोग मिल रहा है। इसकी शुरुआत 5 अगस्त दिन सोमवार से होगी।
महीने में दो बार डायलिसिस सेंटर पर कैंप लगाकर गुर्दा फेल्योर डायलिसिस मरीजों की आवश्यक जांचों के लिए सैम्पल सुबह 8 से 10 बजे 2 घंटे तक कलेक्ट किया जाएगा। जिसकी रिपोर्ट अगले दिन सेंटर पर ही मिलेगी। बताते चलें कि इन गम्भीर रोगियों को सेंटर पर लाकर उपचार करवाना ही तीमारदारों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है। ऊपर से जिला चिकित्सालय ओयल जाकर जांच करवाना अत्यंत कठिन था। ऐसी दशा में नियमित जांचों के लिए कई बार मजबूरन निजी लैबों का सहारा भी लेना पड़ रहा था।
डायलिसिस मरीजों की उपर्युक्त समस्या सेंटर मैनेजर ओम शर्मा के माध्यम से संज्ञान में आते ही मरीज़ हित में ज़िला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ आरके कोली से उन्होंने बात की त्वरित इस समस्या का हल निकाला जाए। महीने में दो बार पहले बाद तीसरे सोमवार सेंटर से सैम्पल कलेक्शन करने के आदेश जारी हुए। सेंटर मैनेजर ने बताया कि सीएमओ सर ने मरीज़ समस्याओं से जुड़ी अन्य जानकारियां भी लीं हैं साथ ही सेंटर कर्मचारियों को मरीज हित में प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने की बात कही। उधर जिला पुरूष चिकित्सालय सीएमएस डॉ आरके कोली ने बताया कि डायलिसिस मरीजों के ब्लड सैम्पल कलेक्शन का कार्य इसी सोमवार से किया जाएगा, इसके लिए उन्होंने लैब टेक्नीशियन को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए हैं।
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