वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
स्कीन ग्राफटिंग के पहले मरीज की सफल सर्जरी जिला चिकित्सालय/मेडिकल कालेज में सीएमएस /सर्जन डा0 आरके कोली व उनकी टीम के द्वारा की गयी है। मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है। जिसे बुद्ववार को डिस्चार्ज कर दिया गया है। यह बेहद जटील सर्जरी है, इसमें शरीर के एक हिस्से से स्वस्थ त्वचा को लेकर उसे छतिग्रस्त त्वचा के स्थान पर प्रत्यारोपित किया जाता है। अभी तक ऐसे मरीजों को लखनऊ हायर सेन्टर में जाना पड़ता था।
सीएमएस डा0 आरके कोली ने बताया कि स्कीन ग्राफटिंग एक प्रकार की सर्जरी है जो प्रदाता के शरीर के किसी अस्वस्थ क्षतिग्रस्त या गायब त्वचा को ढकने के लिए की जाती है। इसमें मरीज / प्रदाता के शरीर के एक हिस्से से स्वस्थ त्वचा को लेते हैं और उसे प्रत्यारोपित यानी दूसरे स्थान पर स्थानान्तरित करते हैं। स्वस्थ त्वचा क्षतिग्रस्त या गयाब त्वचा को ढकती है या उसकी जगह लेती है। त्वचा का नुकसान व क्षति जलने, चोट लगने, बीमारी या संक्रमण के कारण हो सकती है।
विशेषज्ञ डा0 त्वचा कैंसर को हटाने के लिए सर्जरी के बाद स्कीन ग्राफट की सलाह देते है। साथ ही उन्होनें बताया कि इस जटिल सर्जरी को करने में उनकी (टीम यूनिट 01 ) सर्जन डा0 उत्सव गौड़ व डा0 आलोक मौर्या एवं डा0 एसके मिश्रा निश्चेतक, डा0 जयराम निश्चेतक, द्वारा भी आपरेशन में पूर्ण सहयोग किया। मरीज मौनी मिश्रा सीतापुर के रहने वाले है इनका पैर जलने के बाद क्षतिग्रस्त त्वचा के स्थान पर स्वस्थ त्वचा प्रत्यारोपित करने हेतु स्कीन ग्राफ्ट सर्जरी 20जुलाई.2024 को की गयी थी और सर्जरी के बाद 12 दिन डा0 उत्सव गौड़ व डा0 आलोक मौर्या की देखरेख में चिकित्सालय में भर्ती रखा गया और 31 जुलाई को पूर्ण स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.