अली अब्बास, ब्यूरो चीफ, मथुरा (यूपी), NIT:
ब्रज यातायात एवं पर्यावरण जनजागरूकता उत्तर प्रदेश के संस्थापक अध्यक्ष व सामाजिक कार्यकर्ता विनोद दीक्षित ने बताया साइबर ठगों ने नया तरीका निकाला है लोगों को ठगने के लिए पहले सोशल मीडिया से व्यक्ति के बारे में पता करके कौन इसके परिवार का सदस्य कौन कौन रिश्तेदार है उसके बाद एक व्हाट्सएप कॉल लोगों को पुलिस की ड्रेस में एक व्यक्ति करता है कॉल उठाने वाले को उसके नाम से बताया जाता है और कहा जाता है कि आपका परिवार का सदस्य किसी गंभीर अपराध में पकड़ा गया है पकड़ने के बदले में वह व्यक्ति पैसे की डिमांड करता है जो लोग उनके झांसी में आते हैं वह लोग आसानी से उनको ऑनलाइन के जरिए पैसा भेजते हैं। जबकि ऐसी कोई घटना नहीं होती है लेकिन व्यक्ति घबराहट में अपना पैसा ठगो को लगातार दे रहे हैं।
विनोद दीक्षित ने आगे बताया साइबर ठग पुलिस की ड्रेस में व्हाट्सएप कॉल करते हैं जिससे लोग उनके झांसे में आ जाते हैं लोगों को चाहिए इस तरह के कॉल अटेंड ना करें अगर गलती से अटेंड हो जाए तो डरने की जरूरत नहीं है लोग जागरूक बने पहले जिस परिवार सदस्य के बारे में फोन आया है उस सदस्य के बारे जानकारी लीजिए जिससे सच्चाई आपको पता चल जाएगी साइबर ठगों के जाल में न फंसे नहीं तो मेहनत की कमई साइबर ठग लेंगे। विनोद दीक्षित न बताया साइबर ठगों फोन आ चुका है जिसकी शिकायत मैंने उत्तर प्रदेश के पुलिस के महानिदेशक, आगरा रेंज के उप महानिदेशक के साथ मथुरा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है।
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